Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 03 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 849
________________ प्रमेयबोधिनी टीका पद १६ सू० ३ जीवप्रयोगनिरूपणम् ___ ८३३ अहारकमिश्रशरीरकायप्रयो गणश्च २, अथया एके चौदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगिणश्र, आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगीच ३, अथवा एके चौदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगिणश्च, आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगिणश्च ४, चत्वारो भङ्गाः, अथवा एकचौदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगीच, कार्मणशरीरकायप्रयोगी च १, अथवा एकश्चौदारिकमिश्रशरीरकायप्रयो. गोच, कार्मणशरीरकायप्रयोगिणश्च २, अथवा एके औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगिणश्च, आहारगसरीरकायप्पओगिणो य) अथया कोई अनेक औदारिकमिशरीरकाय. प्रयोगी और अनेक आहारकशरीरकायप्रयोगी (एवं एए चत्तारी भंगा) इस प्रकार ये चार भंग (अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकाय. प्पओगी य) अथवा कोई एक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी और आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगी (अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहा. रगमीसासरीरकायप्पओगिणो य) अथवा कोई एक औदारिकमिश्रशरीरकाय. प्रयोगी और अनेक आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगी (अहवेगे य ओरालियमिसा. सरीरकायप्पओगिणोय, आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य) अथवा कोई अनेक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी और एक आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगी (अहवेगे य ओरालियमिसासरीरकायप्पओगीणो य, आहारगमीसासरीरकायप्पओ. गिणो य) अथवा कोई अनेक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी और अनेक आहा. रकमिश्रशरीरकायप्रयोगी (चत्तारि भंगा) ये चार भंग हैं (अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य, कम्मासरीरकायप्पोगो य) अथवा कोइ एक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी और एक कार्मणशरीरकायप्रयोगी (अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य कम्मसरीरकायप्प ओगिणो य) अथवा कोई (अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य) અથવા કેઈ એક ઔદારિક મિશ્રશરીરકાય પ્રવેગી અને એક અ હારક મિશ્રશરીરકાયપ્રગી (अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य) मथ। કઈ એક દારિક મિશ્ર શરીરકાય પ્રયોગી અને અનેક આહારક મિશ્ર શરીરકાય પ્રગ (अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकोयप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगी य) अथ। કઈ અનેક દારિક મિશ્ર શરીરકાય પ્રયોગી અને એક આહારક મિશ્રશરીરકાય પ્રાણી (अहवेगे य ओरालियमीसा सरोरकायप्पओगिणो य आहारगमीसासरीरकायप्पओगिणो य) अथवा કેઈ અનેક દારિક મિશ્ર શરીરકાય પ્રાણી અને અનેક આહારક મિશ્ર શરીરકાય પ્રગી (चत्तारिभंगा) मा या२ म छ (अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य, कम्मासरीरकायप्पओगी य) म२॥ કઈ એક દારિક મિશ્ર શરીરકાય પ્રોગી અને એક કામણ શરીરકાય પ્રયોગી (જાवेगे य ओरालिय मीलासरीरकायप्पओगी य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य) 1241518 मे प्र० १०५ શ્રી પ્રજ્ઞાપના સૂત્ર : ૩

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