Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 03 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 897
________________ प्रमेयबोधिनी टीका पद १६ सू० ५ जोवप्रयोगे चतुष्कसंयोगनिरूपणम् ८८१ प्रयोगी च भवति ।, 'अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पभोगी य कम्मासरीरकायपओगिणो य २, अथवा एकश्चकश्चन औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी च, आहारकशरीरकायप्रयोगी च, आहारकमिश्रशरीर कायप्रयोगी च, एकेच केचन कार्मणशरीरकायप्रयोगिणश्च भवन्ति२, 'अहवेगे य ओरालियमीसासरीरकायप्पभोगी च आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसासरीरकायप्पयोगिणो य कम्मासरीरकायप्पभोगी य ३' अथवा एकश्च-कश्चन औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी च. आहारकशरीरकायप्रयोगी च, आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगिणश्च केचित्, कश्चित्कार्मणशरीर. कायप्रयोगी च भवति ३, 'अहवेगे य ओरालिंयमीसासरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य, आहारगमीसासरीरकायपोगिणो य कम्मासरीरकायप्पओगिणो य ४' अथवा एकश्च-कश्चित् औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी च,आहारकशरीरकायप्रयोगी च, एके च केचन आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगिणश्च, केचन कार्मणशरीरकायप्रयोगिणश्च भवन्ति ४, होता है और एककार्मणशरीरकायप्रयोगी होता है । (१) अथवा कोई एक मनुष्य औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी होता है, एक आहाकशरीरकायप्रयोगी होता है, एक आहारकमिश्रशरीर कायप्रयोगी होता है और अनेक मनुष्य कार्मणशरीरकायप्रयोगी होते हैं (२) । अथवा कोई एक मनुष्य औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी एक आहारकशरीरकायप्रयोगी, बहुत-से आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगी एक कार्मणशरीरकायप्रयोगी होता है (३)। अथवा कोई एक मनुष्य औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी होता है, एक आहारकशरीरकायप्रयोगी होता है, बहुत से आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगी होते हैं और बहुत -से कार्मणशरीरकायप्रयोगी होते हैं (४)। अथवा कोई एक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी होता है, बहुत-से आहाशरी२४यप्रयोगी हाय छे. (१) અથવા કઈ એક મનુષ્ય દારિક મિશ્રશરીરકાય પ્રોગી હોય છે, એક આહારક શરીરકાયપ્રોગી હોય છે, એક આહારક મિશ્રશરીરકાયપ્રયોગી હોય છે અને અનેક મનુષ્ય કામણશરીરકાયપ્રયોગી હોય છે (૨) અથવા કઈ એક મનુષ્ય ઔદારિક મિશ્રશરીરકાયપ્રયોગી, એક આહારકશરીરકાયપ્રયોગો, ઘણા બધા આહારક મિશ્રશરીરકાયપ્રયોગી અને એક કાર્મણશરીરકાયપ્રયોગી हाय छ (3) અથવા કઈ એક મનુષ્ય ઔદારિક મિશ્રશરીરકાયપ્રયોગી હોય છે, એક આહારક શરીરકાયમયોગી હોય છે, ઘણું આહારક મિશ્રશરીરકાયમયોગી હોય છે અને ઘણા કામણ शरी२४ायप्रयोगी डाय छे. (४) प्र० १११ श्री प्रशान। सूत्र : 3

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