Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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पृष्ठाङ्क
१०-१४ १५-३२
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स्थानाङ्गसूत्र भा. १ पहलेकी
विषयानुक्रमणिका अनुक्रमाङ्क
विषय
पहलास्थान मङ्गलाचरण सुधर्मस्वामीका जैबूस्वामीको उपदेश आत्माके एकत्वका निरूपण क्रियाके एकत्वका निरूपण लोक के एकत्वका निरूपण अलोकके एकत्वका निरूपण धर्मके एकत्वका निरूपण अधर्म के एकत्वका निरूपण बंधके एकत्वका निरूपण मोक्षके एकत्वका निरूपण पुण्यके एकत्वका निरूपण पापके एकत्वका निरूपण आस्रव के एकत्वका निरूपण संवरके एकत्वका निरूपण वेदनाके एकत्वका निरूपण निर्जराके एकत्वका निरूपण जीवके स्वरूपका निरूपण विक्रियाके स्वरूपका निरूपण मनके एकत्वका निरूपण वाणीके एकत्वका निरूपण उत्पत्तिके एकत्वका निरूपण विगति-विनाश आदिके एकत्वका निरूपण च्यवन-आदिका निरूपण संज्ञा आदिके एकत्वका निरूपण वेदना आदिके एकत्वका निरूषण मरण आदिका निरूपण
३८-४० ४१-४५ ४६-४७ ४८-५३ ५४-५८ ५९-६३ ६४-७० ७१-७४ ७५-७६ ७७-७९
८० ८१-८२ ८३-८४ ८५-८६ ८७-८८
९१-९२
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९५-९६ ९७-९८ ९९-१०० १०१-१०२
શ્રી સ્થાનાંગ સૂત્ર : ૦૧
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