Book Title: Upaang Prakirnak Sootra Ggaathaaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
View full book text
________________
आगम संबंधी साहित्य
उपांग-प्रकीर्णक सूत्रादि-अकारादि
[ए-कार] मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलिता उपांग-प्रकीर्णक सूत्रादि-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य)
प्रत
सुत्राक
औ०१९
सूर्य०/२३
यहां
रा० २० जी० २१
देखीए
जं० २५ नि० २६
प्रज्ञा०२२
॥१३॥
दीप क्रमांक के लिए देखीए
एएसि० परमाणुपोग्गलाणं २२-१२सू०एएसु य अद्धाणं पत्थाणं २७-८५९ | पगमेगस्स f० नेरम्वेद० २२-३३४सू० बादरार्ण० कयरे२ २२-६९सू० विमाणेसु
२७-२२२४ ___ , नेर०नेरइयत्ते २२-३३६सू०
चं०/२४ एएसि भंते! पार्गदि० २१-२२६सू० " बिहिबिहण्णू २७-१३२७
संबच्छरस्स २५-१५३सू० , , चंदिम० २१-२०१सू० एहिं सरीरेहिं २२-(१०७)प्र० एगपयेऽणेगाई
२२-१२६ ,,मेरइयाण २२-५७० | एकाणउई सतराई
२४-४० एगवीस जोयणसया २७-१९९७प्रकी०२७ एपसि र्ण सइंदियाणं २२-५८सू० | एक्का य होइ रयणी
एगस्स दोण्ह तिण्ह व २२-१०३ ,, सकसाईणं २२-६५सू० पकारस य सहस्सा २१-५० पगं च सतसहस्सं २१-२९ ,, सकाइयाणं २२-५९सू०
" , सयसहस्सं २५-८३ , सुहुमाण २२-६०सू०एक्कारसुत्त हेडिमेसु
२४-३२ "... बायराणं० २२-६२सू० हेट्ठिमए २७-१९१० " " " "
२७-५१६ पएसि तु दुहाण २७-१८८८एको करेइ कम्म
२७-१४८ पगतगुणे रहिया २७-२५६३ २७-९७९ एगअहोरत्तेणवि २७-२८७२ | एगंतमणावाए
२७-६५५ , ओहि एगट्ठिभाय काऊण २७-२०१३ | एग पंडियमरणं
२७-१२५७ , पल्लाणं २५-८ एगदुगतिगचउपण २७-१२७०
२७-१२५९ एएसु चेव ठाणेसु २७-१५८६ | एगनेरइयस्स नेर० २२-३३७सू० | एगमिवि जम्मि पए २७-१२२ , भत्तिजुत्ता २७-१२५५ | एगमेगस्स f. चंदिस्स २५-१६५सू० एगाइ गिराऽणेगे
२७-१९ , मुहुत्तजोएसु २७-९०० | , चंदिम० २१-१९५सू० | एगा जोयणकोडी
२१-४०
॥१३॥
TeesrESCOVERESAKAL
"देवाणं
'सवृत्तिक आगम
सुत्ताणि
CARRAIMER
~19~

Page Navigation
1 ... 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79