________________
उर्ध्व लोक
सिद्धशिला मोक्षस्थान
अधो लोक
• सात नरक पृथ्वी
ग्रह मंडल
महाविदेह
तिर्यक मनुष्य लोक
भरत क्षेत्र
Jain Education International
धूमप्रभा
तमप्रभा
14
महातमाप्रभा
आच्युत
पानत
वैमानिक 12 देवलोक
पंकप्रभा
शर्कराप्रभा बालृप्रभा
12
→10
8
5
ईशान
11
R सौधर्म
13
आरण
आनत
3
सहस्वार
महाशुक्र
12
7
लातक
ब्रह्मलोक कृष्णराजी
2 राज
5 अनुत्तर विमान
- रत्नप्रभा
राज 5
10
60
For Personal & Private Use Only
ज्योतिषचक्र (चर) मेरू पर्वत
प्रस नाड़ी सर्व 14 रज्जू ऊंची है।
अ. द्वीप समुद्र
भवन, व्यंन्तर भूत प्रेत आदि धरणेन्द्र चक्रेश्वरी पद्मावती 24 यक्ष-यक्षणी आदि
घनोदधि
तनवात आकाश
घनवात
अ
लो
क
घनोदधि 20000 योजन
घनवात 20000 योजन ← तनवात 20000 योजन
www.jalhelibrary.org