Book Title: Tattvartha Sutra Part 01
Author(s): Nirmala Jain
Publisher: Adinath Jain Trust

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Page 160
________________ 10 x 1 = 10 रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :1. .................. ................... ज्ञान परोक्ष ज्ञान है। ... के 340 भेद होते हैं। 3. औपशमिक सम्यक्त्व में . ................. का उपशम रहता है। 4. जन्म .................. प्रकार के होते हैं। 5. योनि के .................. भेद होते हैं। 6. ................. तीनों प्रकार की योनि में उत्पन्न होते हैं। 7. कार्मण शरीर .................. होता है। 8. घातकी खण्ड में ................ मेरू हैं। 9. पृथ्वीकाय की उत्कृष्ट भवस्थिति .................. वर्ष होती है। 10. देवलोक में .................. का दुःख होता है। 10 x 1 = 10 संक्षिप्त उत्तर लिखें :1. देवों की उत्कृष्ट आयु कितनी ? 2. अढाई द्वीप में कितने सूर्य और चन्द्र हैं ? 3. मनुष्य और तिर्यंचों की उत्कृष्ट आयु कितनी ? 4. सत् क्या है ? 6. चन्द्र, मणि आदि का शीत प्रकाश क्या कहलाता हैं ? 7. एक जीव दूसरे जीव पर क्या करता है ? 8. लोकान्तिक देवों का निवास स्थान कौनसा है ? 9. त्रायस्त्रिंस और लोकपाल जाति के देव कहां नहीं होते हैं ? 10. नारकी में कौन-कौन सी लेश्या पायी जाती है ?

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