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इच्छानुलोमा - अमत्यमृषा भाषा का भेद १२-१८ इत्वरिका (इत्तरिया ) - परिगृहीता गमन, अपरिगृहीतागमन, ब्रह्मचर्याणुव्रत के
अतिचार २-१७ । इन्द्रसुत ( इन्दमुत ) - चतुर्मुख कल्की १-७५ इन्द्रिय ( इंदिय ) - जीव लक्षण, प्राण भेद ९-३
- पांच प्रकार, प्रमादभेद ११-१६
- दूसरी मार्गणा १२-४ इन्द्रियनिरोध ( इंदियरोह) - मुनि का पांच प्रकार का ५-२ इ प्रवियोग ( इट विओअ ) - आर्तध्यान का भेद १३-५
ईयांसमिति (इरिया समिय) - चलनक्रिया में सावधानता, जिसके होने पर
प्राणीके मरनेपर भी हिंसा नहीं होती. २-६, ७, ५-११ ईहा ( ईहा ) - मतिज्ञानका भेद १२-३०
उच्च - गोत्र कर्म का भेद १० -१४ उत्कृष्ट ( उक्कोसिया) अधिकतम कर्म-स्थिति १-१९ उत्तमक्षमा ( उत्तमखम) - प्रथम धर्माङ्ग ६-१ उत्तरा - नक्षत्र १-१६ उत्तरा फाल्गुणी - एक नक्षत्र जिस में २४ वे तीर्थकर वर्धमान का जन्म हुआ
उत्तरा भाद्रपदा ( उत्तरभद्दपदा) - नक्षत्र १-१८ उत्तराषाढा ( उत्तरासादा) - नक्षत्र १-१७ उत्पादव्य-सापेक्षनय (उप्पादवय-विमिस्सा) - अशुद्ध द्रव्यार्थिक नयका भेद
उत्सर्पिणी ( उत्सर्पिणी) - कल्प का वह अर्ध भाग जिस में जीवों के शरीर
परिमाण, आयु, बल, ऋद्धि व तेज आदि की उत्तरोत्तर वृद्धि होती है
उदधि सदशनाम ( उदहिसरिसणाम ) - सागरोपम १० - १९, २१ उदय ( उदय ) - कर्म की अवस्था विशेष ११-१, १५
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