Book Title: Tandul Vaiyalia Payanna Sarth
Author(s): Shravak Hiralal Hansraj
Publisher: Shravak Hiralal Hansraj
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सहस्साई जीवेश, दसप्रसीया मुहत्तसयसहस्साई जीवता चत्वारि नसासकोमिसए सनयकोडीन अडयालीसं च सयसदस्लाइं चत्तालीसं च नसाससहस्साइंजीवेश, चनारि नसासकोडिसए सनय कोडो अमयालीसं च सहस्साई चनालीसं च नसाम सहस्साई जीवं. | तो अश्तेवीस तंडुलबादे भुंजइ. कहमानसो अश्तेवीसं तमुलबाहे भुंजइ ? गोयमा! दुब्बE लाख अने चालीसहजार श्वासोश्वाससुधि जीवे ठे, (अने एवीरीत्ते ) ते चारसो सात कोड प्रमताली लाख अने चाळीसहजार श्वासोश्वाससुधि जीवतोधको साडीबावीस बाहाजे| टला चावल खाय बे. (हवे गौतमस्वामी नगवानने पूजे के ) हे आयुष्मन जगवन ! 10 ।। Hत साडीबावीस बादाजेटला चावल केवीरीते खाय ? (अर्थात् ते वादानुं मान केटलु
होय ? तथा शीरीते ते खाय ? त्यारे नगवान कहे जे के ) हे गौतम! धुर्बल स्त्रीए |
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