Book Title: Shatkhandagama Parishilan
Author(s): Balchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

Previous | Next

Page 899
________________ शाम्ब पृष्ठ यतिवृषभ १व६ ३०२ व २३३ २३२ १०३ व २०१ ६६ व १३१ यमलीक १६ यशोबाहु १०३ व २०१ १०७ व २०३ २०३ १०८ यशोभद्र रामपुत्र रोमश रोमहर्षणि रोमहर्षणी लोहार्य, लोहार्य आचार्य लोहार्य आचार्य, लोहार्य भट्टारक ६ वर्धमान, वर्धमान भट्टारक, वर्धमान तीर्थकर वर्धमान बुर्षि (मूल) वलीक १६ वल्कल वशिष्ठ १३० ६४,७२,१०३ १०३ १०३ व २०१ १०८ १०८ व २०३ वसु १०४ व २०२ १०८ व २०३ ६६ व १३१ वादलि वारिषेण वाल्मीकि विजयाचार्य, विजय विशाखाचार्य विष्णु, विष्णु आचार्य वृषभसेन व्याख्यानाचार्य व्याघ्रभूति व्यास शक नरेन्द्र शाकल्य शालिभद्र शिवामाता सत्यदत्त समन्तभद्र स्वामी सात्यमुनि ६६ व १३० ३,८३ ११६ व १०१ १०८ व २०३ ५ व १४ १वह १व ६ १३२,१३३ १०८ व २०३ १०४ व २०२ १व ७व १वह ulu १०८ व २०३ १६ व १६७ १७८ व २०३ परिशिष्ट ५ /८४३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 897 898 899 900 901 902 903 904 905 906 907 908 909 910 911 912 913 914 915 916 917 918 919 920 921 922 923 924 925 926 927 928 929 930 931 932 933 934 935 936 937 938 939 940 941 942 943 944 945 946 947 948 949 950 951 952 953 954 955 956 957 958 959 960 961 962 963 964 965 966 967 968 969 970 971 972 973 974