Book Title: Shatkhandagama Parishilan
Author(s): Balchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

View full book text
Previous | Next

Page 946
________________ भूतबलि भुजाकार (भूयस्कार) १०/२६१; १५/५० मतिज्ञान १/३५४; ७/६६ भुजाकारउदय १४/३२५ मत्यज्ञान १/३५४; ७/६६ भुजाकारउदीरणा १५/१५७,२६० मधुरनाम १३/३७० भुजाकारउपशामक १६/३७७ मधुरनामकर्म ६/७५ भुजाकारबन्ध ६/१८१ मधुस्रवी ६/१०० भुजाकारसंक्रम १६/३६८ मध्यदीपक ९/४४; १०/४८,४९६, १२/१४ भुज्यमानायु ६/१६३; १०/२३७,२४० मध्यमगुणकार ४/४१ भुवन ५/६३ मध्यमधन १६/१६० भूत ४/२३२; १३/२८०,२८६ मध्यमत्रिभाग १४/५०२ भूतपूर्वनय ६/१२६ मध्यमप्रतिपत्ति ४/३४० १३/३६,३८१ मध्यमपद ६/६०,१९५;१३/२६६ भूतबलिभट्टारक १५/१ मध्यलोक ४/8 भूमि ४/८ मनुज १३/३६१ भेंडकर्म ९/२५०; १३/६,१०,४१,२०२; मनुष्य १/२०३; १३/२६२,३२७ १४/६ मनुष्य अपर्याप्त ८/१३० भेद ४/१४४; १४/३०,१२१,१२६ मनुष्यगति १/२०२; ६/६७; ८/११ भेदजनित १४/१३४ मनुष्यगतिनाम १३/३६७ भेदप्ररूपणा ४/२५६ मनुष्यपर्याप्त ८/१३० भेदपद १०/१६ मनुष्यगतिप्रायोग्यानुपूर्वी ४/१७६; ६/७६; भेदसंघात १४/१२१ १३/३७७ भोक्ता १/११६ मनुष्यभाव १४/११ भोग ६/७८; १३/३८६ मनुष्यलोक १३/३०७ भोगभूमि ४/२०६;६/२४५ मनुष्यलोकप्रमाण ४/४२ भोगभूमिप्रतिभाग ४/१६८ मनुष्यायु ५/४६% ८/११ भोगभूमिप्रतिभागद्वीप ४/२११ मनुष्यायुष्क १३/३६२ भोगभूमिसंस्थानसंस्थित ४/१८६ ८/१३० भोगान्तराय ६/७८; १३/३८६; १५/१४ मनोज्ञवैयावृत्य १३/६३ भंग ३/२०२,२०३; ४/३३६, ४११; मनोद्रव्यवर्गणा ९/२८,६७ ८/१७१; १०/२२५; १५/२३ मनोबली ६/९८ भंगप्ररूपण ४/४७५ मनोयोग १/२७६,३०८; ४/३६१ भंगविधि १३/२८०,२८५ ७/७७; १०/४३७ भंगविधिविशेष १३/२८०,२८५ मनोद्रव्यवर्गणा १४/६२,५५१,५५२ मन:प्रयोग १३/४४ मनःप्रवीचार १/३३६ मडंबविनाश १३/३३२,३३५,३४१ मन:पर्यय १/१६४,३५८,३६०; १३/२१२ मति १३/२४४,३३२,३३३,३४१ मन:पर्ययज्ञान ६/२८,४८८,४६२,४६५; मतिअज्ञानी ७/८४, ८/२७६; १४/२० १३/२१२,३२८ ८९० / षट्खण्डागम-परिशीलन Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 944 945 946 947 948 949 950 951 952 953 954 955 956 957 958 959 960 961 962 963 964 965 966 967 968 969 970 971 972 973 974