Book Title: Shatkhandagama Parishilan
Author(s): Balchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 950
________________ रूक्षनामकर्म रुचक १३/३०७ लब्धान्तर ३/४७ रुचकपर्वत ४/११९ लब्धि १/२३६, ७/४३६, ८/८६ रुधिरनामकर्म ६/७४ लब्धिसंपन्नमुनिवर ४/११७ रुधिरवर्णनाम १३/३७० __ लब्धिसंवेगसम्पन्नता ५/७६,८६ रूक्षनाम १३/३७० लयनकर्म ६/२४६; १३/९,४१,२०२; १४/५ रूक्षस्पर्श १३/२४ लयसत्तम ४/३५३ रूप ४/२०० लव ३/६५; ४/१५०,१९४; १३/२६८,२६६ रूपगत १३/३१६,३२१,३२३ लवणसमुद्र ४/१५०,१६४ रूपगतराशि १०/१५१ लवणसमुद्रक्षेत्रफल ४/१६५,१६८ रूपगता १/११३,६/२१० लाढ १३/२२२, ३४१,३८६ रूपप्रक्षेप ४/१५० लाभ १३/३३२,३३४,३४१,३८६ रूपप्रवीचार १/३३६ लाभान्तराय ६/७५; १३/३३६; १५/१४ रूपसत्य १/११७ लेपकर्म १३/९,१०,४१,२०२ रूपाधिकभागहार १०/६६,७० लेप्यकर्म ६/२४६; १४/५ रूपी १४/३२ लेश्या १/१४६,१५०,३८६; २/४३१; रूपीअजीवद्रव्य ३/२ ८/३५६; १६/४८४ रूपोनभागहार १०/६६,७१, १२/१०२ लेश्याअनुयोगद्वार ६/२३४ रूपोनापलिका ४/४३ लेश्याकर्म १६/४६० १३/३३२,३३६,३४१ लेश्याकर्मअनुयोगद्वार ६/२३४ रोहण ४/३१८ लेश्याद्धा ५/१५१ रोहिणी ९/६६ लेश्यान्तरसंक्रान्ति ५/१५३ ४/३१८ लेश्यापरावृत्ति ४/३७०,४७१ ४/१६ लेश्यापरिणाम ९/२३४ लोक ३/३३,१३२; ४/९,१०; ११/२: १३/२८८,३४६,३४७ लोकनाडी १३/३१६ लक्षण ७/६६;६/७२,७३ लोकनाली ४/२०,८३,१४८,१६४, लघिमा ६/७५ १७०,१६१ लघुनाम १३/३७० लोकप्रतर ३/१३३; ४/१० लघुनामकर्म ६/७५ लोकप्रदेशपरिणाम ३/३ लघुस्पर्श १३/२४ लोकपाल १३/२०२ लतासमानअनुभाग १२/११७ लोकपूरण ७/५५; ६/२३६; १०/३२१, लब्धअवहार ३/४६ १३/८४ लब्धमत्स्य ११/१५,५१ लोकपूरणसमुद्घात ४/२६, ४३६; ६/४१३ लब्ध्यक्षर १३/२६२,२६३,२६५ लोकप्रमाण ४/१४६,१४७ लब्धविशेष ३/४६ लोकबिन्दुसार १/१२२; ६/२५; ६/२२४ ८६४ | षट्खण्णागम-परिशीलन रोग रुंद Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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