Book Title: Shatkhandagama Parishilan
Author(s): Balchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

View full book text
Previous | Next

Page 934
________________ ध्रुवोदयप्रकृति नक्षत्र नगर नगरविनाश नन्दा नन्दावर्त नपुंसक नपुंसकवेद नपुंसक वेदभाव नपुंसक वेदोपशामनाद्धा नमंसन नय नयवाद नयविधि नरकगतिप्रायोग्यानुपूर्वी नयविभाषणता नयान्तरविधि नरक नरकगति नरकगतिमान नरकपृथिवी नरकप्रस्तर नाग नागहस्ती ८ /६२ १/८३ ३/१८; ७/६०; ६ / १६२, १६६; १३/३८, १६८,२८७ नरकायुष्क नवग्रैवेयक विमान नवविधि १५/१५६, १६२,२३३ न नाथधर्मकथा नानागुणहानिशलाका ४/१५१ ७/६; १३/३३४ १३/३३४ ४ / ३१६ १३/२६७ १/३४१, ३४२; ४/४६ ६/४७; ७/७६; ८ / १०; १३/३६१ Jain Education International १४ / ११ ५/१६० ४/१७५,१६१; १३ / २८०,२८७ १३ / २८०, २८४ १३/२ १३ / २८०,२८४ १३/३२५; १४ /४६५ १ / २०१,३०२, ६/६७ ८ /६ ६/७६; १३/३७१ ८७८ / षट्खण्डागम-परिशीलन १३/३६२ ४/३८५ ६/१०६,११० नानात्व नाना प्रदेश गुणहानिस्थानान्तर शलाका नानाश्रेणि नाम नाम उपक्रम नामउपशामना नामकर्म नामकर्म प्रकृति नामकारक नामकाल नामकृति नामक्षेत्र नामपद नामप्रकृति नामप्रक्रम नामबन्ध नामबन्धक नामभाव नाममोक्ष नाममंगल १३/३६७ नामलेश्या १४ /४६५ नामवर्गणा १४ / ४६५ नामवेदना नाम सत्य नामसम नामछेदना नामजिन नामनिबन्धन नामनिरुक्ति १३/३९१ नामसंक्रम १२/२३२; १५/३२७; नामस्पर्श १६/५१८, ५२२ नामस्पर्शन १/१०१ नामानन्त ६/१५१; १५२, नामान्तर १६३,१६५ नामाल्पबहुत्व For Private & Personal Use Only ६/३३२,४०७ १०/११६ १४ / १३४ ६/१३; १३/२६, २०६ १५/४१ १५/२७५ १३/३८,४०,२६३ १३ / २०६ ७/२६ ४/३१३ ६/२४६ _४/३ १४ /४३६ ६/६ १५/२ १४/३२१ १/७७, ६/१३६ १३/१९८ १५/१५ १४/४ ७/३ _५/१८३; १२/१ १६ / ३३९ १/१७,१६ १६/४८४ १४/५२ १० / ५ १ / ११७ ६/२६०,२६६; १३/२०३; १४ / ८ १६/३३६ १३/३,८ ४/१४१ ३/११ ५/१ ५/२४१ www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 932 933 934 935 936 937 938 939 940 941 942 943 944 945 946 947 948 949 950 951 952 953 954 955 956 957 958 959 960 961 962 963 964 965 966 967 968 969 970 971 972 973 974