Book Title: Shatkhandagama Parishilan
Author(s): Balchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 920
________________ तिभाग ४/२१४; ११/८९; कषायनाम १३/३७० १४/१११ कषायनामकर्म ६/७५ कर्ममोक्ष १६/३३७ कषायप्रत्यय ८/२१,२५ कर्ममंगल १/२६ कषायवेदनीय १३/३५६,३६० कर्मवर्गणा १४/५२ कषायसमुद्घात ४/२६,१६६; ७/२६६ कर्मवेदना १०/७ कषायोपशामना १०/२६४ कर्मसन्निकर्षविधान १३/२८ काकजघन्य ११/८५ कर्मस्थिति ४/३६०,४०२,४०७; काकलेश्या ११/१६ ७/१४५ काण्डक ४/४३५ कर्मस्थितिअनुयोग १/२३६ काण्डकघात ६/२३५ कर्मस्थितिकाल ४/३२२ काण्डर्जुगति ४/७८,२१६ कर्मस्पर्श १३/३,४,५ कापिष्ठ ४/२३५ कर्मास्रव ४/४७७ कापोतलेश्या १/२८९%७/१०४; ८/३२०, कर्मसंक्रम १६/३३६ ३३२; १६/४८४,४८८,६४१ कर्मानुयोग १३/३७ कामरूपित्व ६/७६ कर्वट ७/६; १३/३३५ काय १/१३८,३०८; ७/६ कर्वटविनाश १३/३३२;३३५,३४१ कायक्लेश १३/५८ कल १३/३४६,३४६ कायप्रयोग १३/४४ कल्प ४/३२०; १२/२०६ कायबली ६/६६ कल्पकाल ३/१३१,३५६ काययोग १/२७६,३०८,४/३६१; कल्पवासिदेव ४/२३८ ७/७८; १०/४३८ कल्पवृक्ष ८/६२ कायस्थितिकाल ४/२३२ कल्प्यव्यवहार १/९८; ६/१६० कायोत्सर्ग ४/५०; १३/८८ कल्प्याकल्प्य १/६८;/१६० कारक ७/८ कल्याणनामधेय १/१२१,६/२२३ कारण ३/४३,७२, ७/२४७ कलश १३/२६७ कार्मण १/२६५; १४/३२२,३२६ कलह १२/२८५ कार्मणकाय १/२६६ कला ६/६३ कार्मणकाययोग १/२६५ कलासवर्ण ६/२७६ कार्मणकाययोगी ८/२३२ कलिओज १०/२३; १४/१४७ कार्मणकार्मणशरीरबन्ध १४/४४१ कलिओजराशि . ३/२४६ कार्मणवर्गणा ४/३३२ कलिंग १३/३३५ कार्मणशरीर ४/२४,१६५; ६/६९; कवल ८/१०; ६/३५; १३/३०; कषाय १/१४१; ४/३६१; ५/२२३; १४/७८,३२८,३२६ ६/४०; ७/७,८; ८/२,१६; कार्मणशरीरबन्धस्पर्श १३/३० १३/३५४ कार्मणशरीरबन्ध कषायउदयस्थान १६/५२७ कार्मणशरीरबन्धननाम १३/३६७ ८६४ / षट्खण्डागम-परिशीलन Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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