Book Title: Prakrit evam Sanskrit Sahitya me Gunsthan ki Avadharana
Author(s): Darshankalashreeji
Publisher: Rajrajendra Prakashan Trust Mohankheda MP
View full book text
________________
अध्याय 8 8 गुणस्थान की अवधारणा
एक तुलनात्मक विवेचन
योगवासिष्ठ की चौदह भूमिकाएँ और गुणस्थान । योगदर्शन की मन की पांच अवस्थाएँ और गुणस्थान। शैवदर्शन की दस भूमिकाएँ और गुणस्थान। गीता का त्रिगुण सिद्धान्त और गुणस्थान। बौद्ध दर्शन और गुणस्थान की अवधारणा। आजीवक सम्प्रदाय की आध्यात्मिक विकास की भूमियाँ और गुणस्थान। युग का व्यक्तित्व मनोविज्ञान और गुणस्थान।
For Private & Personal Use Only
Join Education International
www.jainelibrary.org