Book Title: Prakrit evam Sanskrit Sahitya me Gunsthan ki Avadharana
Author(s): Darshankalashreeji
Publisher: Rajrajendra Prakashan Trust Mohankheda MP

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Page 559
________________ प्राकृत एवं संस्कृत साहित्य में गुणस्थान की अवधारणा..... परिशिष्ठ-२........{503} पंचसूत्रम् लेखक :- हरिभद्रसूरीजी संपादक :- जंबुविजयजी, धर्मचन्द्र विजयजी प्रकाशन :- भोगीलाल लहेरचंद, भारतीय संस्कृति संस्थानम्, गव्यनिंग कौंसिल, २/८८, रूपनगर, दिल्ली-११०००७ मुद्रक : अनिल स्टेशनर्स एण्ड प्रिन्टर्स, ३०० फागदी बाजार, धोबीनो खांचो, अहमदाबाद-३८०००१ वी.नि.सं. २५१२, वि.स. २०४२, सन् १९८६ प्रवचनसार लेखक :प्रकाशक :- श्री परमश्रुत प्रभावक मंडल, श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, अगास, वाया आणंद पो. बोरीया-३८८१३० (गुजरात) मुद्रक : वर्धमान मुद्रणालय, जवाहर नगर कॉलोनी, वाराणसी-२२१००१ चतुर्थ आवृत्ति : सन् १९८४, वि.सं. २०४०, वीर.नि.सं.२५१० पंचास्तिकाय लेखक :- कुन्दकुन्दाचार्य प्रकाशक:- साहित्य प्रकाशन एवं प्रचार विभाग, श्री कुन्दकुन्द कहान दिगम्बर जैन तीर्थ सुरक्षा ट्रस्ट, ए-४ बापूनगर जयपुर-३०२०१५ मुद्रक : अग्रवाल प्रिन्टर्स, डिप्टीगंज, सदर बाजार, दिल्ली पंचम संस्करण : २ अक्टूबर १६६० पइण्णयसुत्ताई सम्पादक :- भो लाल आत्मज : अमृतलाल, श्री महावीर जैन विद्यालय बम्बई-४०००३६ प्रथम संस्करण - वी.सं. २५१०, वि.सं.२०४०, ई.सन् १९८४ प्रकाशन :- मानद् मंत्री, श्री महावीर जैन विद्यालय, ऑगस्ट क्रान्ति मार्ग, बम्बई मुद्रक : प्र.पु. भागवत मौज प्रिंन्टिग ब्यूरो, खटावबाड़ी, मुम्बई-४००००४ पंचसंग्रह भाग-1 लेखक: चंद्रमहत्तराचार्य टीका : श्री मलयगिरिजी अनुवादक: पं. हीरालाल देवचंद वढ़वाणवाला प्रकाशक: श्री यशोविजयजी जैन संस्कृत पाठशाला, जैन श्रेयस्कर मंडल महेसाणा (उत्तर गुजरात) मुद्रक : भानुचंद्र नानचंद्र मेहता, श्री बहादुर प्रिंन्टिग प्रेस, पालीतणा वी.नि.सं. २४६७, वि.सं. २०२७, सन् १६७१ पंचसंग्रह कम्मयडी भाग-2 संपादक : पं. पुखराजजी अमीचंद कोठारी मुद्रक : ज्योत्सना ठक्कर, शिल्पा प्रिन्टर्स, मामुनायक की पोल, वचलु चोकछु, कालुपूर अहमदाबाद-१ वी.नि.सं. २५०१ वि.सं. २०३१, सन् १६७५ ई. सन् १६-२-१६७५, शेष पूर्ववत् (कम्मपयडि) पंचसंग्रह का तृतीय खण्ड लेखक :- चंद्रमहत्तराचार्य टीका : मलयगिरिजी अनुवादक :- पं. हीरालाल देवचंद वढ़वाणवाला प्रकाशक :- श्री यशोविजयजी जैन श्रेयस्कर मंडल, महेसाणा (उत्तर गुजरात) मुद्रक : कांतिलाल डायालाल पटेल, मंगल मुद्रालय रतनपोल अहमदाबाद वीर.नि.सं. २५१० वि.सं. २०४० ई.सन् १९८४ पंचसंग्रह संस्कृत लेखक : अमितगति प्रकाशन :- श्री माणिकचन्द दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला समिति वी.नि.सं. २४५२ अक्टू. १६२७ हीराबाग पो. गिरगांव मुंबई Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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