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अहं/हं/अम्मि =मैं, उत्तम पुरुष एकवचन तुमं/तुं/तुह=तुम, मध्यम पुरुष एकवचन सो-वह (पुरुष) ।
पुरुषवाचक सर्वनाम एकवचन ।
सा=वह (स्त्री)
अन्य पुरुष एकवचन
2. (i) अर्द्धमागधी में विधि के रूप होंगे
उत्तम पुरुष एकवचन ठाएज्जा, ठाएज्जामि, होज्जा, होज्जामि मध्यम पुरुष एकवचन ठाएज्जा, ठाएज्जासि, ठाएज्जाहि, होज्जा,
होज्जासि, होज्जा अन्य पुरुष एकवचन ठाएज्जा, होज्जा
(ii) अर्द्धमागधी में प्राकारान्त क्रिया में एज्जा आदि प्रत्यय लगते हैं, परन्तु ओकारान्त,
एकारान्त क्रियाओं में एज्जा का 'ए' हटा दिया जाता है (घाटे, पृष्ठ 129)।
(iii) आकारान्त, प्रोकारान्त आदि क्रियाओं के मध्यम पुरुष एकवचन में केवल 'हि,
सु, घि' प्रत्यय ही लगते हैं, इज्जसु, इज्जहि, इज्जे नहीं।
3. उपर्युक्त सभी क्रियाएँ अकर्मक हैं ।
4. उपर्युक्त सभी वाक्य कर्तृवाच्य में हैं।
प्राकृत रचना सौरभ
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