________________
पाठ 19
अहं/हं/अम्मि=मैं
एगच्च-नाचना
क्रियाएँ
हस हँसना, रूस रूसना, जीव=जीना
सय=सोना, लुक्क छिपना,
जग्ग=जागना
भविष्यत्काल
अहं
। हसिहिमि/हसिस्सामि/हसिहामि हसिस्सिमि
हसेहिमि/हसेस्सामि/हसेहामि , हसिस्सं हसेस्सं
=मैं हँसूंगा/हसूंगी।
अम्मि
। णच्चिहिमि/णच्चिस्सामि/णच्चिहामिणच्चिस्सिमि । णच्चेहिमि/गच्चेस्सामिणच्चेहामि णच्चिस्स/णच्चेस्सं
=मैं नाचूंगा नाचूंगी।
है अम्मि
। लुक्किहिमि/लुक्किस्सामि/लुक्किहामि लुक्किस्सिमि लुक्केहिमि/लुक्केस्सामि/लुक्केहामि
= मैं छिपूंगा/छिपूंगी। - लुक्किस्सं लुक्केस्
1.
अहं/हं/अम्मि=मैं उत्तम पुरुष एकवचन (पुरुषवाचक सर्वनाम) ।
2. (i) भविष्यत्काल के उत्तम पुरुष एकवचन में हि, स्सा, हा, सिस, स्सं प्रत्यय क्रिया में
जोड़े जाते हैं । हि, स्सा, सि, हा प्रत्यय जोड़ने के पश्चात् वर्तमानकाल के उत्तम पुरुष एकवचन का प्रत्यय 'मि' भी जोड़ दिया जाता है। 'स' प्रत्यय के साथ 'मि' नहीं जोड़ा जाता ।
36 1
[ प्राकृत रचना सौरभ
Jain Education International 2010_03
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org