Book Title: Prakrit Rachna Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 260
________________ क्र.स. क्रिया अर्थ प्रक/सक पृ. सं. जिम सक 02 119 जीमना जीना 94. प्रक प्रक 53 जीव जुज्झ जेम जो लड़ना जीमना प्रकाशित करना सक 128 136 97. सक 78 जोह प्रक झा सक 136 प्रक लड़ना ध्यान करना ठहरना डसना डरना डोलना, हिलना इंस सक 128 प्रक 53 प्रक 61 डुल ढकता सक 119 ढक्क णच्च प्रक णम नाचना नमस्कार करना नष्ट होना सक प्रक प्रक 128 62 61 136 128 सक रस्स णिज्झर गिरक्ख रिगसुरण ण्हा तडफड 98. 99. 100 101. 102 103. 104. 105 106 107. 108. 109. 110. 111. 112. 113. 114. 15. 116. 117. 118. 119 120. 121. 122. 123. सक प्रक प्रक C तव प्रक प्रक प्रक थक्क थुरण झरना देखना सुनना नहाना छटपटाना तपना टूटना थकना स्तुति करना जलाना देना दुखना देखना धारण करना दौड़ना धिक्कारना धोना सक सक दह 53 128 136 128 61 दा सक प्रक दुक्ख देवख सक 119 128 धार सक धाव सक सक 136 136 119 धिक्कार सक . धोप 124. [ 243 प्राकृत रचना सौरभ ] Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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