Book Title: Prakrit Rachna Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 262
________________ क.सं. क्रिया अर्थ प्रक/सक 157. रम पृ. सं. ___70 136 158. स्य 'प्रक सक अक अक .53 रुव रूस रोक्क प्रक 119 53 136 128 136 लज्ज लभ लिह लिह लुक्क लुढ सक सक प्रक प्रक -61 सक 128 लोट्ट अक 69 वद सक वक्खारण सक रमना बनाना रोना रूसना रोकना शरमाना प्राप्त करना लिखना चाटना छिपना लुढकना लेना/ग्रहण करना सोना, लोटना प्रणाम करना व्याख्यान करना जाना बढ़ना वर्णन करना बधाई देना मुड़ना बसना धारण करना खिलना उपस्थित होना जानना सोना सींचना सीखना सिद्ध होना सूखना वच्च वड्ढ 159. 160. 161. 162. 163. 164. 165. 166. 167. 168. 169. 170. 171. 172. 173. 174. 175. 176. 177. 178. 179. 180. 181. 182. 183. 184. 185. 186. 187. 188. प्रक 136 127 136 69 128 1.28 62 वद्धाव सक सक श्रक प्रक वल वस 70 वह सक प्रक 128 70 विप्रस विज्ज 70 प्रक सक विण्णा 128 सय सिच सिक्ख प्रक सक 128 136 प्रक 69 सिझ सुक्ख प्रक 61 सुण सुनना सक 113 127 सुमर स्मरण करना सक प्राकृत रचना सौरभ [ 245 Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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