Book Title: Prakrit Rachna Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 265
________________ क्र.सं. क्रिया अर्थ 31. पृष्ठ संख्या 128 128 119 128, 136 चव चित चिण चुन 32. 33.. 34. 35. 128 36. चोप्पड़ चोराव 119 128 37. 38. 39. 119 छल छव 119 119 119 119 छोड छोल्ल जण जारण जिय 128 44. 45. 46. 47. बोलना चिता करना इकट्ठा करना त्याग करना टुकड़ा-टुकड़ा करना स्निग्ध करना चुराना छोड़ना ठगना स्पर्श करना छोड़ना छीलना उत्पन्न करना जानना सूंघना जीमना जीमना प्रकाशित करना ध्यान करना डसना ढकना नमस्कार करना देखना मुनना स्तुति करना जलाना देना देखना धारण करना दौड़ना धिक्कारना घोना जेम 113 136 119 128 136 136 128 119 128 136 झा डंस ढक्क 52. 53. णम रिणरक्ख रिगसुरण थुरण 54. 128 55. 128 56. 136 57. दा 128 119 देक्ख 128 136 60 धार धाव धिक्कार 60. 61. 62. 136 1197 धोन 248 ] . प्राकृत रचना सौरभ ] । Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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