Book Title: Prakrit Rachna Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 266
________________ क्र.सं. 63. 64. 65. 66. 67. 68. 69. 70. 71. 72. 73. 74. 75. 76. 77. 78. 79. 80. 81. 82. 83 84. 85 86. 87. 88. 89. 00. 91. 92. 93. 94. क्रिया पढ परणम पाल पाव पिश्र, vिa पीड पीस पुक्कर पेच्छ पेस फाड बंध बुज्झ बोल्ल भरण मइल मग्ग मारण मार मुण या रंग रक्ख रक्ख रय रोक्क लभ लिह लिह ले वंद वक्खाग प्राकृत रचना सौरभ ] Jain Education International 2010_03 अर्थ पढ़ना प्रणाम करना पालना पाना पीना पीड़ा देना पीसना पुकारना देखना भेजना फाड़ना बांधना समझना बोलना कहना मैला करना माँगना सम्मान करना मारना जानना जाना रंगना रक्षा करना रक्षण करना / पालन करना बनाना रोकना प्राप्त करना लिखना चाटना लेना / ग्रहण करना प्रणाम करना व्याख्यान करना For Private & Personal Use Only पृष्ठ संख्या 127 113 113 136 128 128 119 119 128 128 119 128 136 127 127 128 128 136 128 128, 136 136 127 113 136 136 119 136 128 136 128 136 127 [249 www.jainelibrary.org

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