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नोट - आज्ञा एवं विधि के लिए पाठ 9 से 16 तक देखें । आकारान्त क्रियाओं के रूप
पाठ 12 एवं 16 में देखें।
बहुवचन
(iii) भविष्यत्काल के प्रत्यय एकवचन हि, हा, स्सि, स्सा,
हि, हा, स्सि, स्सा, स्सं (पूर्ण प्रत्यय)
हिस्सा, हित्था (पूर्ण प्रत्यय)
उत्तम पुरुष
मध्यम पुरुष
हि, स्स, स्सि
हि, स्स सि
अन्य पहष
हि, स्स, स्सि
हि, स्स, स्सि
हस हँसना
एकवचन
उत्तम पुरुष
हसिहिमि, हसिहामि, हसिस्सिमि, हसिस्सामि, हसे हिमि, हसे हामि, हसेस्तामि, हसिस्सं, हसेस्सं
बहुवचन हसि हिमो, हसिस्सामो, हसिस्सिमो, हसिहामो (अन्य रूपों के लिए देखें पाठ 23)
मध्यम पुरुष
हसिहिसि, हसिहिसे, हसिस्ससि, हसिस्ससे, हसिस्सिसि, हसिस्सिसे
हसिहिह, हसि हिध, हसिहित्था (अन्य रूप पाठ 24 में देखें)
अन्य पुरुष
हसिहिइ, हसिहिए, हसिहिदि, हसिहिन्ति, हसि हिन्ते, हसिहि रे हसिहिदे (अन्य रूप पाठ 21 में देखें) (अन्य रूप पाठ 25 में देखें)
नोट-भविष्यत्काल के लिए पाठ 19 से 26 तक देखें। प्राकारान्त क्रियाओं के रूप
पाठ 22 और 26 में देखें।
1821
[ प्राकृत रचना मौरम
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