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चमूहि/ चमूहिं! चमूहि
तणतणूउ/तणूनो
! बंधिसव्वा/बंधिअव्वाउ . बंधिवाप्रो आदि
सेनाओं द्वारा = शरीर बांधे जाने __ चाहिए।
1.
उपर्युक्त सभी क्रियाएं सकर्मक हैं। .
2. विधि कृदन्त का प्रयोग भाववाच्य और कर्मवाच्य में होता है। इसका कर्तवाच्य में
प्रयोग नहीं होता हैं। भाववाच्य के प्रयोग बताए जा चुके हैं (पाठ 49) । उपर्युक्त
प्रयोग कर्मवाच्य के हैं। 3. · अकर्मक क्रियाओं से भाववाच्य बनाये जाते हैं (पाठ 49) और सकर्मक क्रियाओं से
कर्मवाच्य बनाये जाते हैं।
प्राकृत रचना सौरभ 1
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