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ता/तानो/ताउ
होन्तु
=वे दोनों होवें वे सब होवें ।
1. अम्हे
=हम दोनों/हम सब
उत्तम पुरुष बहुवचन
वयं
पुरुषवाचक
।
तुम्भे तुम्हे
सर्वनाम
=तुम दोनों/तुम सब
मध्यम पुरुष बहुवचन
तुझे
बहुवचन
]
ते =वे दोनों (पुरुष)/वे सब (पुरुष) ता/तानो/ताउ =वे दोनों (स्त्रियाँ)/वे सब (स्त्रियाँ)
अन्य पुरुष बहुवचन
)
2. उपर्युक्त सभी क्रियाएँ प्रकर्म क हैं ।
3. उपर्युक्त सभी वाक्य कर्तृवाच्य में हैं ।
4. संयुक्ताक्षर के पहले यदि दीर्घ स्वर हो तो वह ह्रस्व हो जाता है, जैसे-ठान्तु+ठन्तु । प्राकृत में श्रा, ई और ऊ दीर्घ स्वर होते हैं और अ, इ, उ, ए, पो ह्रस्व स्वर होते हैं ।
बहुवचन
5. विधि एवं प्राज्ञा के प्रत्यय (पाठ 9 से 16 तक)
एकवचन उत्तम पुरुष मध्यम पुरुष
हि, सु, धि, ०
इज्जसु, इज्जहि, इज्जे अन्य पुरुष
उ, दु 6. (i) अर्धमागधी विधि के प्रत्यय
एकवचन उत्तम पुरुष
एज्जा, एज्जामि मध्यम पुरुष
एज्जा, एज्जासि, एज्जाहि अन्य पुरुष
ए, एज्जा
बहुवचन एज्जाम एज्जाह एज्जा (घाटे, पृष्ठ 129) (पिशल, पृष्ठ 675)
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1
[ प्राकृत रचना सौरभ
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