Book Title: Prakrit Praveshika 1
Author(s): Prabhudas Bechardas Parekh, Prashamrativijay
Publisher: Pravachan Prakashan Puna

View full book text
Previous | Next

Page 118
________________ की | नवति २०९ तेवत्तरि त्रिसप्तति अट्टासि अष्टाशीति चउसत्तरि । चतुस्सप्तति नवासीइ नवाशीति चोहत्तरि णड़ पंचसत्तरि पञ्चसप्तति नड़ छहत्तरि नवइ छस्सयरि | षट्सप्तति एगाणड़ एकनवति छावत्तरि बाणउड़ द्विनवति एगूणासि एकोनाशीति चोणड़ चतुर्नवति बिआसि वयशीति पण्णणउड़ पञ्चनवति तिआसि छन्नउड़ तिआसीई छनवइ षण्णवति तेसी त्र्यशीति छण्णड़ तेसीइ सत्ताणउड़ सप्तनवति चउरासि अट्ठाणड़ अष्टनवति चउअसीइ । चतुरशीति एगूणसय चोरासी-इ | णवाण्णउड़ | एकोनशत पणसीइ पञ्चाशीति णवणवइ | नवनवति नवनवइ छासि षडशीति नवनउड़ २१० સંખ્યાપૂરકોનાં રૂપાન્તરો : एगारसमो एकादशः चउत्तालीसो चतुश्चएगारसी एकादशी चउचत्तालो-लइमो| त्वारिंशः दुवालसमो द्वादशः चउत्तालीसमो चतुश्चतेरसमी त्रयोदशी चउचत्तालीसइमो त्वारिंशत्रयोदशः त्तमः चउद्दसी | पन्नासो पञ्चाशः चउद्दसमी | चतुर्दशी पण्णासइमो पञ्चाशत्तमः चोद्दसो सट्ठइमो षष्टितमः चोदहो । चतुर्दशः एगसट्ठो एकषष्टः चोद्दहमो चउसट्ठमो चतुष्षष्टः वीसइमी। विंशी सत्तरिअमो सप्ततितमः वीसमो | विंशः छावत्तरिमो षट्सप्ततमः विंशतितमः असीइमो । अशीतितमः छव्वीसो षड्विंशो असीअमो | छव्वीसइमो षड्विंशतितमः नउय नवतितमः तीसमो त्रिंशः एगाणउयम एकनवतमः तीसइमो त्रिसत्तमः बाणउयइम द्विनवतमः बायालीसो द्वाचत्वारिंशः । सयअम शततमः बायालीसइमो द्वाचत्वा सहस्सअम सहस्त्रतमः रिंशत्तमः चुलसी D:\mishralsadhu prakrta.pm5/3rd proof

Loading...

Page Navigation
1 ... 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219