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मूलक्रिया
काल
पुरुष
वचन
क्रियारूप ठाइ बढेइ सिज्झन्ति छिज्झइ रक्खह
.........
........
प्रत्यय
यव्व
कृदन्तरूप कायव्वं आलिहिय पयासिओ नमिऊरण
पहिचान करना चाहिए वि०कृ० चित्रित भूकृ० व्यक्त किया है भू० कृ० झुककर सं००
मूलक्रिया का(कर) आलिह पयास __ नम
इ+य इ+अ इ+ऊरण
३. वस्तुनिष्ठ प्रश्न :
रका क्रमांक कोष्ठक में लिखिए : १. स्नेह व्यक्त किया जाता है -
(क) सज्जन के द्वारा (ख) चापलूस व्यक्ति के द्वारा
(ग) चन्द्रप्रकाश के द्वारा (घ) कमल द्वारा [ ] २. अपराधरहित भद्रपुरुषों को कष्ट दिया जाता है -
(क) उनके गुणों के द्वारा (ख) दुष्टजनों की संगति के द्वारा
(ग) उनकी निर्धनता के द्वारा (घ) मूर्ख राजा के द्वारा [ ] ४. लघुत्तरात्मक प्रश्न :
प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए : .. १. कौन व्यक्ति मित्र बनाए जाने योग्य होता है ? २. किस व्यक्ति का हमेशा आदर करना चाहिए ?
३. गुण कहाँ पर खिलते हैं ? ५. निबन्धात्मक प्रश्न एवं विशदीकरण :
(क) इस पाठ की प्रमुख शिक्षाओं को अपने शब्दों में लिखो। (ख) गाथा नं० ४, ७, ८ एवं १४ का अर्थ समझाकर लिखो।
प्राकृत काव्य-मंजरी
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