Book Title: Niryukti Sangraha
Author(s): Bhadrabahuswami, Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala
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५०० ]
[ नियुक्तिसंग्रहः
प्राद्यांश ग्रन्थ-गाथांक पृष्ठ अह अज्जगाइ-प्रो. ८६-१९८ अहणुट्टियं व पि. ४१७-३०४ अहणवासिय प्रो.१०६-२००। अहपुण्णजुण्णा ओ.१६४-२०५ अह पिच्छइ उत्त. ४१३-४०५ अह पूडरी उत्त. २९२-३६३ अह तं पाग प्राव. ३६०-३६ अह तस्स उत्त. ४३७-४०७ अहियासिनाई
आव. १३७७-१५४ अहियासियाई प्रो. ३३-२४८ अहयं तुन्भं प्राव. ६७३-६७ प्रहयं च दसा आव. ४३२-४५ अहिगम्मति दश. ३०-३३१ अहिगम्मति उत्त. ७-३६५ अहिगरण पि. ४१४-३०४ अह दव्वस्स
प्राचा. २१७ ४४१ अह देहइ उत्त. ४१४-४०५ अह भरणइस उत्त.४४०-४०८ " , जि. आव. ३७३-३७ ,, जि. पाव. ३६६-३६ ,,न् प्राव. ३७२-३७ , ,ज उत्त. ४७४-४११ ", अउत्त. ४७६-४११
प्राद्यांश ग्रन्थ-गाथांक पृष्ठ अहमसंमि पि. ६३१-३२४
, प्रो. ५४०-२४० अहमवि खामेमो
_प्राव. १५४२-१७४ अह मीसो पि. ५३-२७१ अहमोसम उत्त. ३६६-४८३ अहियासि प्राचा २५२-४४५ अह रूविरणी उत्त. ४३८-४०७ अहलोउत्त प्रो. ७६६-२६१ मह भगवं प्राव. ४३३-४५ अहवड्ढइ प्राव. १९१-२० अहव ण प्रो. १४६-२०४ अहव ग पि. ६६५-३३७ अहव न पि. ५४६-३१६ अवश्यपरि पाव. ७१२-७१ अहवा अंगु पि. २८७-२६२ अहवा पर प्राव. १-१५० अहवा कंमे प्राव. १-१४६ अहवा चउ पि. ५८-२७१ अहवा रगाणा प्राव. ६७६-६७ अहवान प्रो. ५८१-२४४ अहवा सय प्राव. ६७४-६७ अहवाऽवि प्राव. ६७२-६७ अहवा इमो दश. ८७-३३६ अहवा नाण सू. १५६-४७१
PRA
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