Book Title: Niryukti Sangraha
Author(s): Bhadrabahuswami, Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala
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गाथानां अकारादिक्रमः ]
[ ५२६
आद्यांश ग्रन्थ-गाथांक पृष्ठं चउरासीइ बा पाव. १९५-३९
, बिस प्राव. ३०३-३० ,, बिस , ४०५-४० चरिदियाण प्रो. ६७-२२४
" पि. ४९-२७० चउरो अइ पि. १७९-२८२ चउरोवि प्राव. ८२०-८०
" प्राव. ८१८-८० ,, य हुति
प्राव. १६२६-१८८ ,, सहि प्राव. ३१५-३१ चउवीसंति प्राव.१०९१-१०७ चउवीसा दश. २५१-३५२ चउवीसइ प्राव. १०६६-१०५ चउसुवि प्राव. १-१६२ चउहा खलु . दश. ५४-३३३ चहि .प्राव. ११-२ चक्कपुरं प्राव. ३२५-३२ चक्कागं प्राचा. १३६-४३३ चक्किदुगं प्राव. ४२१-४४ चक्के थूभे ओ. ११६-२०१ चक्खुम प्राव. १५८-१६ चत्तारि पडि - प्राव. १२१५-१२० . चत्तारि प्र प्राव. ९७२-६५
प्राद्यांश ग्रन्थ-गाथांक पृष्ठ ,, दो प्राव. १५४५-१७४ , य आव. २६१-२६ ,, गाउ प्राव. ४७-५ , उव दश.८४-३३५
, विचि प्राचा.२७१-४४६ चंदोदयं पि. २१२-२८५ चम्मटि . प्रो. ६८-२२४
पि. ५०-२७० चरगमगाइ दश. ३३१-३६० चरणकरण पि. २६५-२९३ चरणदिसा. प्राचा. ३-४२० चरणंमि प्राचा. २९-४२२ चरणे छक्को उत्त.३८२-४०१ चरिअं च दश. ५३-३३३ चरिमसरीरो उत्त.२८६-३९२ चरिमे परि प्रो. १४८-२०४ चरमे नाणा प्राव. १२६-१३ चरियं च पि. ६३०-३२४
, प्रो. ५४१-२४० चरिया य विचि उत्त.२३-३६७ चरिया सिज्जा
प्राचा. २८०-४४७ चलकुड्ड प्रो. ४६४-२३३ चलणाहय प्राव. ६५१-६३ चलमाणमण प्रो. ३२-१९३
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