Book Title: Niryukti Sangraha
Author(s): Bhadrabahuswami, Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala

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Page 530
________________ गाथानां अकारादिक्रमः ] [ ५०७ आद्यांश ग्रन्थ-गाथांक पृष्ठं इक्कागवंश पि. ४७६ ३१० इक्खागेसु प्राव. ४४०-४६ इंगाल अगणि प्राचा. ११८-४३१ इच्चेवमाइ आव. ३१२-३१ इच्छाइसाम उत्त. ४८७-४१२ इच्छा पसत्थ दश. १६३ -३४३ इच्छा मिच्छा उत्त. ४८३-४१२ इच्छा मिच्छा प्राव. ६६६-६६ इच्छा य अणु आव. १२३२-१२२ इण्छामि खमा प्राव. सू. १२२ इच्छामि ठाइऊ प्राव. सू. १६० इच्छिज्ज न प्रो. ५२५-२३८ इट्टगछराँमि पि. ४६६-३०८ इट्टगपागा श्रो. ५८-२२३ पि. ३६-२६९ इडिरससाय सू. ११३-४६६ इणमण्णं प्रो. ६८१-२५३ इत्तो उत्तर उत्त. १९३-३८३ इतरियं प्राव. ७२१-७१ इत्तरियाइ आव. ७१९-७१ इत्थ य सह पाचा. ६५-४२६ प्राद्यांश ग्रन्थ-गाथांक पृष्ठं इत्थ य पत्रोपाव.१०२३-१०० इत्थं पुण अहि प्राव. ७६-८ दश. २२६-३५० ___, उत्त. २३४-३८७ , समणो प्राव. सू. १३-१८२ "पुण चउ पाव.१६३०-१८८ इथिकहा दश. २०७-३४७ इस्थिण उत्त. ३२६-३६६ इत्थीगहणे प्रो. ४२१-२२६ ,, परिग्ग दश. ३४०-३६१ , रयण उत्त. ३५३.३९८ ,, विज्जामि प्राव. ९३१-६१ ,, सक्कार प्राचा. २०२-४३६ इंदग्गेई प्राचा. ४३-४२४ इंदत्थं जह पि. १३५-२७८ इंदपुर इंद प्राव. १३०५-१४७ , रुद्द उत्त. ३४९-३९८ इंदियमाउ पाव. १४०२-१५७ , प्रो. ५६-२५१ इंदियलद्धी प्राव. १-८२ इंदियविसय दश. १७५-३४४ " प्राव. ९१६-९० इंधनअगणी पि. २५९-२८६ " धूमे पि. २५७-२८९ " , पि. २५८-२८६ UT UTm Jain Education International 2010_04 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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