Book Title: Mahakavi Jayshekharsuri Part 02
Author(s): Mokshgunashreeji
Publisher: Arya Jay Kalyan Kendra

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Page 459
________________ MIN यार्मिकतालायराझाालायालायय्ययासरावासावाहराबरिमणारयमवहारमाहारिमेयंज।। रायत्रासदारायालामाश्छिदवानावासमसावतारदियशालाहश्मरकानसादशहाशचाडसादासरहि। जादाक्षामायनिउणस्यसदिशामाश्यबसयारारंपरिशदाविरमाशचानाणाकाहमयमाणालाहामा यारश्याश्यानिझामागनियश्यावारियामबस्स्यायाधापारिणवायमकालायसंगतासायजम्मएदाम रहास्मचिएएकानमामिदवातिदक्षतापमहाउदिनईचाकामहमाबरोमिनिवतितहसगवईहिमा माधम्माउमिनतिशक्षससशविनिराहाबिन तरपरियविसकाधाम्प्रापगरणमन्नेविनिवारिया लिसकराविदियदमणपशासिमित गहियपरमगाएंक्समिटा नियन्त्राामरणमहाशि सायकाणापामाबाऊसानदाश्मालानहरसंसनोविंदाचियएएमाणकाजिमया मिमाहाणामलाईवंदमाणमानवक्षिनामनिझराहे शेजायकायकिलामाबंधश्याम्यस्मयाणाशारा जवालाहसिलाकामिादालानविलाश्मिदिराश्यसारांसाचियझाएरमप्पागवानारामाशाकियकम्। पसंसारासहसालजएम्भकम्ममयाजाऊएमारवाणाधववाहियाअंतिरिवारामूला साजाणाजिएमयंमत्यमाणाबासाहासाशासम्मतरितिजगराकाणामालशसरमा मिसाला पजननसारोकिनवरिनलालरियण्वसम्मतावासमनमियलाझाविमाणवनबंधा। સંબોધસિત્તરીની હસ્તપ્રતિનું પ્રથમ પૃષ્ઠ [मेस. प. नियट - अमहापानी प्रति]

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