Book Title: Lilavai
Author(s): A N Upadhye
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 329
________________ २२२ + अप्पण ५७८. अप्पणमप्प २. + अप्पणं ८९०. अप्पणा ८९०11. + अप्पणी ५६६. अप्पत्त ६८३, १२५३. अप्पसि ७९७. अप्पा २१, १८७, १९४, ४२१, ६२९, ६५३, ९३९, ९६०, १२३१, १२३८. अप्पाणप्पं १०४२. अप्पाणमप्पण ५७८. अप्पाणमप्पणी ५६६. अप्पाणं ५३८, १०४६. अप्पाहण ९५३, ९५५, ९९७. अप्पाहणाए ५०७ अप्पाहणाण ५१२ अप्पाहियं ५६४, १२४८, +९५२, ११७३. अप्पिओ ५०५, ६१७, ८२३, ९८१5. ९७३ अप्पे ९३९. अफुडिय ७००. अबुहेहिँ ३७. अब्बीयं ७८४. + अब्भ २०५, ६७८. अब्भत्थियाओं ५८८. अभत्थेइ ५३५. अब्भहिय ७७. + अब्भहिया १५६. + अब्भंतर २४१, ४८२, ८५८, ९०३, १३०५. अब्भुट्ठाण ३६०/1,+९०६. अभायणाहं ९९५ अभावणा ९९५४२. + अभिमुहं ११३९३, १२४० 8. अभिरामयरं १०३१6. + अभिहाणाओ १२१५. Jain Education International लीलावई + अभिहाणो ३७१9, ६११ 10 अमच्च १३४, १.४८, १६१, +१०१९. अमय ५७५, ७११, ८९१, ८९६, १२३०, १२६२, +५८९, ७८०, ८२२. अमयमयं ४२४ 9. अमयस्स ४०८. अमयं १२७३. अमर ३७०. अमरिस ११८८, +११४३. + अमरिसेण १९९८. + अमल १२३. + अमलो ४३०, ९३५. अमाइय १२२७6. अमुक्क १७०. अमुणिय २७२, ५९७, ८००, ८७८. अम्महे २९२. अम्बेह ८८७ 4. अम्ह १५९, १६०, २२५/6, २६३, ३०९, ३७८, ४०७, ४०९, ५१२, ५६१, ६९१, ८७२, ८९०–१, ९१६, ९२८, ९३३, ९६७, १००२, १०४१, १०५७, १११२, १११४, ११४९, ११५१, ११७४/ 13, १२०५, १२०६, १२१८, १२२१, १२४४, +१७73, ४०, २२८, २९७, २९९, ३०९, ३१४, ३१९, ३२०, ३७९, ३८९, ४०७–८, ४१०, ४११, ५५८, ५६४, ६३० ६५४*१, ७०१३, ७१४, ७१५, ७२९-३०, ७४०, ७४४, ७८२, oy 11, ८४८, ८५४, 69710, For Private & Personal Use Only [ + अप्पण ८९२, ८९५, ८९८, ९३१ r15, ९५६, १००२14, १०६०, ११०९१, ११८०, १२१४१२४८ 12. + अम्हविहाओ २९८. अम्हं ३८३, ४०९, १०६२, १४८, ८३४, ९८४, १२४६ 77, १३१५२, १३३१, +१००४, १०६०. अम्हाण २५६/1, ३३५, ४९७, ८८२, १०४०, +२७१, १००४ 11. अम्हाणं १४४२, ४७१, +३७६. अम्हारिस ३९ अम्हारिसेहिँ ३७, १९१. अम्हि ( वयम् ) ४६१, (अस्मि) ४८९, (अस्माभिः ) ७८४. अम्हे ३७७, ४३५, ५६१, ८८७, ९००, ११६२ 1, +२१०, ८०३, ११६१. अम्हेहि ३८४४१, ४२२४३, ७८५, ९७६, ११६२,+ ८०६; ६ ३१२, ३८४, ४२२, ४६४, ७६३, ८७४, ८८१, +९६३; हिं ३६३, ८८६, ९१७. + अयल ३३४, ८०२. | अयलम्मि ४६१. + अयलस्स ५८३. + अयलाउ ५०८४१. + अयलाओ ५०८. + अयलाहिवे १४७. + अयलो ३३५. अयस ६३७. + अयं ९९74. + अयाले ७१३. अयालेण ८२१. अयि १००6. www.jainelibrary.org

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