Book Title: Lilavai
Author(s): A N Upadhye
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 340
________________ -उव्वतंत] GLOSSARY २३३ °उल १६८, १७४, ३५३,५१७, | उवग्गियाओ ८८७r3. उवलब्भइ ४०. ५८४, ६०७, १०४३, see उवग्गियाण ७२९/6. +उवलेवण ५९२. अलिउल etc. उवटिओ ३२४, +३२२. उवविढे २४५. °उलं २५, ३०,५८, १३०३. +उवष्टियाई १२३७. उवविठ्ठो १४२, २५०, ९६६. °उलाई ११४२,°ई ६७५. उवणिओ ९७४. उवविसह १०४२, ११६०. उलाहिँ ४५२. उवणिजते ९७७. उववेसिया ८७४. +उल्लएण १२५६. +उवणीए ९०७. +उवसग १३-2. +उल्ललिओ १८.. +उवणीओ १८२, ४१९, ८०८. उवसप्पिऊण ११४, ५७५, ६८८, उल्लवइ ९२३. +उवणीय ९५०, १२३३. १२१२, +६०६. उल्लवसु ५५१. उवणीयं ९३४. उवसप्पिओ ९१४. उल्लविड ३८. उवणेइ १५९. उसप्पियम्हि ५९७10. उल्लवियं ३८110, १०४, २७०, +उवस्थियाइ १२३७r12. उवसप्पियं ५९७. ३७८, ८७९, ९९४,१०५८, उघबद्धो ६५३. उवसप्पिया ५९१,१२५१. +३०६. उवभुत्त १०९४. +उवसम ६४९1. +उल्लसंत ४५४. उवभोगा ११७४. उवसामं ५०१. +उल्लसिओ १८०14. +उवयटेण १९५॥17. +उवसोहिय १३-३, ३७०. उल्लाव ११५९12. +उवयार १७२, २४२, ३४२, +उवसोहिय ४६९. +उल्लावं ३३. ३६१, ३९०, ४२६, ४६५, उवहसणिज्जो २९७. +उल्लाविरीऍ १२९०. ६५७, ९०३, १०२९, उवहसिसि ३८17. +उल्लाविरीहिं १२९०rl. १२६२, १२९५, ४३३, उपहास ८८४. . उल्लावो २६79. ४९२, ५१२,१०९८. उवहास २९३, +२६७. +उल्लिय ७०३. +उवयारं ६८३. . उवहसिओ ८०७. +उल्लिहण १०८३. उवयारे ४९२॥3. उवह सियं २९१. +उल्लूरियं ११४०. +उवयारेहिं ४२७. उवहासे ८६५. उल्लूरियं ११०८. उवरि ३०८,+१०६*१, ३६९, उवहासेसि ३८. +उल्लहिँ ८९६. ५०६, ६७०, ८५२, ९५१. उवहासो २९८.. +उल्लोय १२९५. उवरुज्झह २११ +उवहि ५,१८०, ९६०॥12. +उल्लोलो १६८. +उवरुद्ध ४१५. +उवहिस्स २०114. +उल्हसिओ १८०14. +उवरे ७५७. उवही 4113,१०७r19. उव २९२r17. +उवरोह ४३. +उवहीऍ २०. +उवइटेण १९५. +उवरोहेण १०१८. उवहुजा ११७४11. उवइट्ठो १४२॥13. +उवलक्खाविऊण १२५५, +उवहुत्त ४४५१8. +उवएस २८४. उवलक्खासंक ४२०. +उवहोजा १५१. उवएसो १९३, ९४१. उवलक्खिऊण २९३, ३००, उवहोगा ११७४.11. उवगओ ८९. ४०६,८३२. +उवाओ ६४९. +उवगया ३०३, ४५८, ९००, +उवलक्खिय १३-5, ११५०. +उवाय ३१६-७. १३०२, १३१८. उवलक्खियं ७८४. +उर्वति १९३. +उवगिजंता १२५०. +उवलग ७२०. +उति ४३७. +उवग्गिय १३२. +उवलद्ध २८५. | उच्चतंत १०७५.12. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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