Book Title: Lilavai
Author(s): A N Upadhye
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 365
________________ लीलावई [ण्हवणयं ण्हवणयं १२८५. | तडाइँ १०९, ई १०९11. ५८४, ५९८, ६०१, ६२०, एहविओ १२९०. तडिवडण १८७. ६३८, ६५९४१, ६६४, पहाणह ९६२/2. तदुच्छंगा १७२. ६८७, ७३५, ७९०, ७९२, ण्हावह ९६२. तड्डविय २९०. ७९६, ८०३, ८०६, ८१०, पहावेऊण ९१२. तण ३४९. ८१७, ८४८, ८५४॥13, तणएण २२, ६३५, १२३०. ८६२, ८८८, ८९३, ९००, तणओ ३२३.४, ३७२, ५५४, ९०४, ९०६, ९०८, ९१३, तइ २०२. ६५७, १०९४१12. ९१९, ९२१, ९२४, ९३७, तइय १२७६. ९४५, ९४९, ९५२, ९६७, तणयस्स १.२२६. तइयवयं २. तणया २३०, ३२५, ८१३, १००५, १०४५, ११४८, तइयं ९०२-३, १०३४. ८७०, १२७८r9. ११६१r15,१२११,१२१६, तइया २,१०२, ३०३, ३२२, तणयाए ८९५, ९९०, १२७८, १२२९, १३११. ७१८, ९८९, १२२०. १३२०.. तस्थच्छिऊण १३००. तइलोय ८rl0. तणं ७२५. तस्थट्ठउणो १०१५. त. ४२६, ६ ४२६१11. तत्थुच्च २३६. तणा. १९३. तइंतो ५६०,१०३९. तत्थेक्को १०३५. तणाण १०१०5, णं १०१०. तइंदो १०३९.3. तत्थेरिसम्मि ६४. तणु ७६५, ७६७, ७७६, ८३९, तई २०२r11. तत्थेसिणो ११५९. ८४१,१०९०. तहसण ८४९. तईअ २r6. तणुअंगि १३३३२१. तहियस १०८, ८४७, ९५६१2. -तए ४१४, ५१४, ५६४, ५६७, तणुओ १०९४. तहियसं ८२०, ८३३. ६४६,८३४, ९२२, ९२६, | तणुयत्तण ६८. तद्दियसाओ ८२७, ८५७. ९६७, १००१, ११५७, | तण्णाय १२२, ७४८, १०८३, तद्दियसासण्ण ३३८. १२२१, १२३४॥8. १२६२. तहियसाहितो ६६०. तओ १७५-6, ५५८, ६३५२२, तण्हालुयाएँ ८५७. तहियसिय ६१, ५४३. ६३५*३, ७९७, १००२, | तण्हत्तावलो १३११. तद्दियह १०८r22, ९५६. ११७०, ११९५19. तत्तो ३८५, ८९६, ११३६, | तहियहं ९१९. तक्काल २५४,८१०, १०८१. ११९३. तदिवसिय ६१r2. तक्कालं ३००, ९८३, १२८२. तत्तो २३४19, ४३२, ५३०, | तहिसाहुत्तं ४३५. तकालुक्कंठा ५४२. ५६०, ५६३, ६२७, ६३४, तद्देस १२५०. तक्कालोइय १३०. ६८६, १३०१. तहेसयालिएहिं १२९. तक्खण १४१, २००7, ३००, तत्तोहितो १०२५. तनाय १२६२r2. ४२४, १२०४, १२६८. तस्थ ३५, ६२, ६२*१, ६३, तप्पणो १२७. तक्खणम्मि १३२७. ११०, १२८, १३१, १४३, तब्भाव ६०४. तक्खणं २००, २७०, ३४१, १७६, १८१, १८३, २०४, तभूमि ५३१. ३९५, ५३४, ८५१, ८७९, २०६, २१२, २१४, २३०, तम ३४३, ४५५-६, ४७०, ९५१,१२३२. २६५, २८२, ३०१72, ६७४-५, ६७७, १०७२, तक्खणेण ६४४, ९६४, ११९४. ३२८, ३३०, ३५७r12, ११७१. तड १७३, ४४१. ३६३, ३७१, ३८४, ३८८, तममयं ४५३. तडम्मि १०७. ३९१, ४३१, ४६३, ४७४, | तमारिणो ११७०. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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