Book Title: Jain Agamo ka Arthashastriya Mulyankan Author(s): Dilip Dhing Publisher: Prakrit Bharti Academy View full book textPage 7
________________ - गुप्त सम्पत्ति - लावारिस सम्पत्ति - पराजित राजाओं से प्राप्त धन - अर्थ-दण्ड - कर संग्रहण - कर मुक्ति -- करापवंचन - बेगार प्रथा - राज्य के व्यय - जन-कल्याण - शासन व्यवस्था -- सैन्य व्यवस्था - अन्य व्यय अध्याय तृतीय : जैन आगमों में आर्थिक जीवन परिच्छेद एक : प्राथमिक उद्योग व कृषि - कृषि - कृषि- भूमि - कृषि और ग्राम्य अर्थव्यवस्था - खेतों की रक्षा - फसलें - विभिन्न धान्य - मसालें 90-173 91-103. - गन्ना - कपास - साग-सब्जियाँ व अन्य - भण्डारण - कृषि उपकरण - खाद - जुताई व बुवाई - सिंचाई - खेती पर आपदाएँ - राज्य की भूमिका (vi)Page Navigation
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