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(देव शिल्प
पद्मासन प्रतिमा के प्रत्येक अंग का विस्तृत विवेचन
कुल भाग १०८ के अनुपात में मान दोनों में सुख की चौड़ाई
१४ भाग गले की चौड़ाई
१०माग छाती प्रदेश
३६ भाग कमर की चौड़ाई
१६ भाग त पिण्ड की मोटाई (शरीर की मोटाई)
१६ भाग कान की ऊंचाई
१० भाग चौड़ाई
३भाग काग की लोलक
२.१/२ भाग नीची कागका आधार
१भाग केशान्त तक मस्तक के बराबर अर्थात् नयन रेखा के समानान्तर ऊंचा कान बनाना चाहिये।
मयन नासिका की शिखा के मध्य गर्भसूत्र से १-१ भाग दूर आंख रखें। अखि की लम्बाई
४ भाग आंख की काली कीकी
१भाग आंख की शृकुटी
२ भाग आंख की नीचे का कपोल भाग ६ भाग
चौड़ाई ऊंचाई अग्रगाग की मोटाई नाक की शिखा ओंठ की लम्बाई ओठ की चौड़ाई
नासिका एवं ओंठ
३ भाग २ भाग १ भाग १/२ भाग ५ भाग १ भाग