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देव शिल्प
तिलक सागरआदि२५प्रासाद
शिल्प शास्त्रों में तिलक सागर आदि पच्चीस मंदिर का वर्णन मिलता है । इन मंदिरों में कोने एवं फालना (खांचों) के आधार पर तल के विभाग किये जाते हैं शिखर में पृथक - पृथक संरचनाओं के आधार पर भेद प्रभेद किये जाते है। उन्हीं के आधार पर इन मंदिरों के नाम तथा उनके तल का विभाग एवं शिखर की सजावट का बोध होता है । इनका विस्तृत विवरण शिल्प रत्नाकर में देखा जा सकता है ।
तिलक सागर आदि २५ प्रासादों की नामावली १- तिलक सागर २- गौरी तिलक ३- इन्द्र तिलक
४- श्री तिलक ५- हरि तिलक
६- लक्ष्मी तिलक ७- भू तिलक
८- रंभा तिलक ९- इन्द्र तिलक
१०- मन्दिर तिलक १५- हेमवान तिलक १२- कैलास तिलक १३- पृथ्वी तिलक १४- त्रिभुवन तिलक १५- इन्द्रनील तिलक १६- सर्वांग तिलक १७- सुरवल्लभ तिलक
१८- सिंह तिलक १९- मकरध्वज तिलक २०- मंगल तिलक २१- तिलकाक्ष
२२- पद्म तिलक २३- सोम तिलक
२४- विजय तिलक २५- त्रैलोक्य तिलक
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तिलक सागर प्रासाद