Book Title: Devnar Ka Katalkhana Bharat Ke Lie Kalank Roop Author(s): Padmasagarsuri, Narayan Sangani Publisher: Devnagar Katalkhana Virodhi Jivdaya Committee View full book textPage 6
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir के प्रति लक्ष नहीं देती है। इस लिए हम सब संगठित होकर इसका विरोध प्रदर्शित करें। देवनार कतलखाना उन्ही हिंसक योजनाओं में से एक है । " जो कि भारत के लिए कलंक रूप है।" इस बात को समझाने ले लिए मुनिश्री ने अनेक पहलुओं को दृष्टि में रखकर, अपनी तर्क शक्ति से सरकार की नीति जो कि हिंसा पोषक हैं, पंगु बना दिया है। मुनिश्री ने केवल तर्क शक्ति से ही नहीं अपितु सब धर्मो के प्रमाणभूत आधार को लेकर यह. स्थापित करने का प्रयास किया है, कि सम्पूर्ण विश्व सुखी तब ही बनेगा, जब विश्व भरके जीव मात्र “ अहिंस्य" माने जाएं । ___आशा है इस निबंध से भारतीय जनता के हमय में अहिंगक भावना का श्रोत बहेगा। दिनांक :विजया दशमी २८-९-६३ हम हैं आपके अहिंसा धर्मापाशकदेवनार कतलखाना विरोधी जीवदया कमेटी ऊंडीवखार, भावनगर ( सौराष्ट्र) For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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