Book Title: Devnar Ka Katalkhana Bharat Ke Lie Kalank Roop
Author(s): Padmasagarsuri, Narayan Sangani
Publisher: Devnagar Katalkhana Virodhi Jivdaya Committee

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Page 50
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org ઈ वर्तमान में अन्दाज १९६६ १९७१ १९७६ १९८१ के लिये होने वाले देवनार कतलखाने के निषेध के लिये - ग्रामग्राम और नगर - नगर से विरोध उठ खडा हुआ है तब बम्बई म्यु० कोरपेरेशन के कमिश्नर मी. शेख और मनुभाई शाह बचाव करने निकले हैं । मी. शेख कहते हैं कि देवनार में कोई नया कत्लखाना नहीं बन रहा है, किन्तु केवल बांदरा का कतलखाना उस स्थान में ले जाया जा रहा है । सज्जनों! यह कहना सर्वथा असत्य है । क्योंकि भारत सरकार ने जो तीसरी पंचवर्षीय योजना बनाई है उसमें देवनार (बम्बई), कलकत्ता, मद्रास और दिल्ली इन चार स्थानों में दो दो करोड रुपयों के खर्च से अर्थात् आठ करोड रुपयों की लागात से डेनमार्क तथा यूनाइटेड नेशन्स के निष्णातों की सलाह अनुसार ये विशाल यान्त्रिक कत्लखाने स्थापित करने का निश्चय हुआ हैं । सरकार द्वारा प्रकाशित मांस बाजार के रिपोर्ट में तीसरी पंचवर्षीय योजना में मांस का उत्पादन नीचे लिखे अनुसार बढाने के लक्षांक तय किये गये हैं । लक्ष्यांका समय गो माँस बंगाली मणमें दूसरे पशुओं का माँस वर्तमान में अन्दाज १,५१,२७,८०० १९६६ २,१५,३७,५०० १९७१ २,५६,७५,००० १९७६ ३,२४,६७,५०० १९८१ ४,४२,७५,००० अन्य सब प्रकार के पशुओं का माँस १,७६,८२,००० ३,३४,१२,५०० ६,५०,१०,००० १०,२०,२५,००० ११,५५,२५,००० Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २५,५४,००० १,१८,७५,००० २,२३,७५,००० ६,९५,६२,५०० ७,१२,५०,००० For Private And Personal Use Only

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