Book Title: Dandak Prakaran Sarth Laghu Sangrahani Sarth
Author(s): Gajsarmuni, Haribhadrasuri, Amityashsuri, Surendra C Shah
Publisher: Adinath Jain Shwetambar Sangh
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________________ ह। गणित के चिह्नों की जानकारी + सरवाला, - बाद बाकी, x गुणाकार, भागाकार वर्ग का अर्थ है :जो संख्या हो उसको उससे ही गुणा करना। जैसे दो को दो से, चार को चार से गुणना वह वर्गमूल (करणी) = गणित का परिणाम या जवाब है। गाथा : अहवेगखंडभरहे,दो हिमवंते अहेमवइचउरो। अट्ठ महाहिमवंते.सोलसखंडाइंहरिवासे॥४॥ बत्तीसंपुणनिसढे, मिलिया तेसद्विबीयपासेऽवि। चउसट्ठीउविदेहे, तिरासिपिंडे उणउअसयं॥५|| संस्कृत अनुवाद : अथवैकखण्डं भरते, द्वौ हिमवन्ते चहेमवतिचत्वारि। अष्टौ महाहिमवन्ते,षोडशखण्डानिहरिवर्षे ||4|| द्वात्रिशंत पुनर्निषधे, मिलितास्त्रिषष्टि द्वितीयपाद्येऽपि चतुःषष्टिस्तुविदेहेत्रिराशिपिण्डेतुनवति(त्यधिक)शतम||५|| अन्वय सहित पदच्छेद :अहवा भरहे एगखंडं, हिमवंते दो अहेमवइचउरो महाहिमवन्ते अट्ठ, हरिवासेसोलसखंडाइं|४|| पुण निसढेबत्तीसं, मिलिया तेसद्विबीयपासे अवि। उविदेहेचउसट्ठी, तिरासि पिंडे उणउयसयं|५|| शब्दार्थ :- (गाथा 4 :-) अहवा- अथवा, या खंड-खंड हिमवंते- हिमवंत पर्वत में अ-और हेमवइ- हिमवंत क्षेत्र में चउरो- चार खंड | लघु संग्रहणी सार्थ (131) गणित के चिह्नों की जानकारी