Book Title: Dandak Prakaran Sarth Laghu Sangrahani Sarth
Author(s): Gajsarmuni, Haribhadrasuri, Amityashsuri, Surendra C Shah
Publisher: Adinath Jain Shwetambar Sangh

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Page 200
________________ विशेषार्थ : ग्रंथ में कहे हुए दस पदार्थो के अलावा भी दूसरे अनेक शाश्वत पदार्थ इस जंबूद्वीप में है। उनका स्वरूप दूसरे ग्रंथों से जानना। . जंबूद्वीप संग्रहणी प्रकरण के अर्थ लिखने में मतिदोषादि कारण से, जो कोई भूल-चूक हुई हो तो सज्जन पुरुषों क्षमा करके शुद्धि पूर्वक पढ़ें, ऐसी हमारी प्रार्थना है। -: ग्रंथ समाप्त : परिशिष्ट अन्य भी कुछ शाश्वत पदार्थ यहां दिए गये है। 1. जंबूद्वीप में 2 सूर्य 2 चंद्र जंबूद्वीप में दो सूर्य और दो चंद्र है जो सूर्य चंद्र आज उदित हुए हो वह कल उदित न होकर, तीसरे दिन उदय होता है। हर चन्द्र का परिवार 28 नक्षत्र आदि होने से दुगुणा परिवार जैसे 56 नक्षत्र, 176 ग्रह, 133950 कोडाकोडी तारा जंबूद्वीप में हैं। 2. जंबूद्वीप की जगती और 4 द्वार - इस द्वीप के चारो ओर एक कोट है जो मूल में 12 यो. चौडा, ऊपर 4 यो. चौडा और 8 यो. ऊंचा है और द्वीप की परिधि जितनी लंबाईवाला वलयाकार से रहा है, उसे जगती कहते है उसके पूर्वादि दिशा में अनुक्रम से विजय, वैजयन्त, जयंत, अपराजित नाम के 4 बडे दरवाजे है। ___3. 34 वैताढय की 68 गुफा हर वैताढ्य पर्वत की तमिस्रागुफा और खंडप्रपातागुफा नामक दो बडी गुफाएं है, जो चक्रवर्ति के राज्यकाल के समय पर खुली रहती है। और राज्यकाल | लघु संग्रहणी सार्थ (183) परिशिष्ट

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