Book Title: Dandak Prakaran Sarth Laghu Sangrahani Sarth
Author(s): Gajsarmuni, Haribhadrasuri, Amityashsuri, Surendra C Shah
Publisher: Adinath Jain Shwetambar Sangh
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________________ लघु संग्रहणी सार्थ 25 269 पर्वतों का संक्षिप्त यंत्र |संख्या पर्वतों के नाम | स्थान | ऊंचाई / विस्तार . आकार वर्ण और किससे बने हुए है | कूट | (योजन) (योजन-कला) लघु हिम. भ.-हिम. के मध्य में 100 1052-12 लंब चोरस पीला (सुवर्ण का) महा हिम. | हिम.-हरि के मध्य में 200 4210-10 निषध | हरिः-महा. के मध्य में 400 16842-2 लाल (तपनीय सुवर्ण का) | 9 नीलवंत महा.-रम्यक के मध्य में 400 16842-2 वैडूर्य श्वेत रत्न रुक्मि रम्य.-हैर. के मध्य में . 200 4210-10 पीला (रूपा का) शिखरी - हैर.-ऐरावत के मध्य में 100 1052-12 श्वेत (सुवर्ण का) वृत वैता. 4 युगल क्षेत्र में 1000 . 1000 पल्य जैसा श्वेत (रत्न का) दीर्घ वैता. 34 विजय में 50 लंब चौरस श्वेत (रूपा का) |306 वक्षस्कार महाविदेह में 500 500 पीला (सुवर्ण का) चि. विचि. देवकुरु में 1000 1000 | उर्ध्वगोपुच्छ यमक-समक कंचनगिरि 100 देवकुरु में 100 उत्तरकुरु में 100 गजदंत 1 देवकुरु के अंत में अश्व स्कंध और | लाल पीला श्वेत | 1 उत्तरकुरु के अंत में 500 500 | हाथी के दंतशूल| नीला (सुवर्ण रत्न के) मेरुपर्वत महाविदेह में 1 लाख 100900/.. | उर्ध्व गोपुच्छ / पीला (सुवर्ण का) 269 467 - र. ome (151) 299 पर्वतों का संक्षिप्त यंत्र मक | उत्तरकुरु में