Book Title: Chintan Haim Sanskrit Dhatu Rupkosh
Author(s): Haresh L Kubadiya
Publisher: Haresh L Kubadiya

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Page 41
________________ ३४ चिन्तन हैम संस्कृत धातु रूप कोश प्र + सद् गण-१ पर. प्रसन्न थj, पुशी थj. __प्रसन्न होना, खुश होना कर्तरि कर्मणि प्रसीदामि प्रसीदावः प्रसीदामः |प्रसद्ये । प्रसद्यावहे प्रसधामहे प्रसीदसि प्रसीदथः प्रसीदथ प्रसद्यसे प्रसयेथे . प्रसद्यध्वे प्रसीदति प्रसीदतः प्रसीदन्ति प्रसद्यते प्रसोते प्रसद्यन्ते प्रासीदम् प्रासीदाव प्रासीदाम प्रासचे प्रासद्यावहि प्रासद्यामहि प्रासीदः प्रासीदतम् प्रासीदत प्रासद्यथाः प्रासयेथाम् प्रासद्यध्वम् प्रासीदत् प्रासीदताम् प्रासीदन् प्रासद्यत प्रासद्येताम् प्रासद्यन्त प्रसीदेयम् प्रसीदेव प्रसीदेम प्रसद्येय प्रसद्येवहि प्रसद्येमहि प्रसीदेः प्रसीदेतम् प्रसीदेत प्रसद्येथाः प्रसद्येयाथाम् प्रसोध्वम् प्रसीदेत् प्रसीदेताम् प्रसीदेयुः प्रसघेत प्रसद्येयाताम् प्रसोरन् प्रसीदानि प्रसीदाव प्रसीदाम प्रसधै प्रसद्यावहै प्रसद्यामहै प्रसीद प्रसीदतम् प्रसीदत प्रसद्यस्व प्रसयेथाम् प्रसद्यध्वम् प्रसीदतु प्रसीदताम् प्रसीदन्तु प्रसद्यताम् प्रसघेताम् प्रसद्यन्ताम् ६८ हस् गण-१ पर. | उस. हंसना हसामि हसावः हसथः हससि हसति हसतः हसन्ति अहसम् अहसाव अहसः अहसत् हसामः । हस्ये हस्यावहे हस्यामहे हसथ हस्यसे . हस्येथे हस्यध्वे हस्यते हस्येते - हस्यन्ते अहसाम अहस्ये अहस्यावहि अहस्यामहि अहस्यथाः अहस्येथाम् अहस्यध्वम् अहसन् अहस्यत अहस्येताम् अहस्यन्त हसेम हस्येय हस्येवहि हस्येमहि हसेत हस्येथाः हस्येयाथाम् हस्येध्वम् हसेयुः हस्येत हस्येयाताम् हस्येरन् हसाम हस्य हस्यावहै हस्यामहै हसत हस्यस्व हस्येथाम् . हस्यध्वम् हसन्तु । ||हस्यताम् हस्येताम् हस्यन्ताम् अहसतम् अहसताम् हसेव हसेतम् हसेताम् हसाव हसेयम् हसेः हसेत् हसानि हस हसतु हसतम् हसताम्

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