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आगासग ]
parent like crystal. ओब• - फलिया मय. त्रि. ( - स्फार्टकमय ) व्यति२६२००; २५टिम्भय. अर्तिस्वच्छ, स्फटिक मय. very clear; crystal-like. " भागास फलियामयं सपायपीठं सहिसणं" सम • राय • - फलिह. पुं० ( - स्फटिक - श्राकाशमिव यदस्य तमच्छं स्फटिकम काशस्फटिकम् ) अति स्टड निर्मल यूटिए अत्यंत स्वच्छ स्फटिक. very clear crystal " आागास फब्रिहामएव सपायपढिया सीहासणेस " जं० प० आगासग. त्रि० ( श्राकाशक ) प्रकाश. प्रकाश करनेवाला. (That ) which gives light. सम श्रागासत्थिकाय. पुं० ( श्राकाशास्तिकायअस्तयः प्रदेशाः तेषां कावः समूहः अस्तिकायः ) हरे वस्तुने व्यवहारा थापनार द्रव्य छ द्रव्यमांनुं त्रीभुं द्रव्य. प्रत्येक वस्तु को अवकाश देनेवाला द्रव्य; छः द्रव्यों में का तीसरा द्रव्य. A substance in which all things exist or reside; the third of the six substances. “नागासस्थिकायस्स णं पुच्छा गोयमा श्रखेगा अभिवयणा " उत्त० २, २०; अणुजो० ६६, १३१; सम० ६ राय ० २७०; भग० २, १०, ७, १०, २०, २;
आगाल फलि श्रवमा. स्त्री० ( श्राकाश स्फटिकोपमा ) याश मने सुटिङना नेत्री નિર્મલ એક જાતની મીઠા રસ વાલી ખાદ્ય वस्तु. आकाश और स्फाटकके समान निर्मल ऐसी मीठे रस वाली एक प्रकारकी खाद्य वस्तु. A substance as pure and transparent as crystal used as foodstuff पश्च० १७; जं० प० २, २२; आगासिउं. हे० कृ० अ० ( श्रकृष्टुम् ) - दर्शने; समीप आनीने आकर्षण करके;
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( २६ )
up. ओव.
श्राकाश
पांसं लाकर Having drawn wear; having attracted. विशे० २२२; श्रागासिय त्रि० (श्रकार्षत) आशु रेस; पाडेल. आकर्षित आकर्षण किया हुआ. Attracted; drawn; lifted श्रागासिय त्रि० ( प्रकाशित मम्बर मितः प्रातः ) माशवर्ति; या अशमां रहेल. आकाशवर्ति. Situated in the sky. "ग्रागासियाहि सेब चामराहिं" ओब • आगाहहता. सं. कू० अ० ( आगाझ ) अवगाडीने. अवगाहन करके. Having entered; having resorted to. आगाहइता चलता " दस० ५, १, ३१; आगिइ. पुं० ( प्राकृति ) आवृति; भार संहाय प्राकार; संस्थान. Form; configuration; shape. विशे० २०६२; ७०७; नाया० १; ० ० ५, ६१; तिग न० (- त्रिक) याति संहाणु ६ सघयाय છ અને હૃતિ પાંચ,એ નામની ૧૭ પ્રકૃતિના समुदाय प्रकृति संस्थान ६ संहनन ६ और पांच जाति इस प्रकार नामकी १७ प्रकृतियों का समुदाय. the collection of the 17 Prakritis made up of six Samsthānas, six Sanghayanas and five Jātis. क० गं० ५ ८ प्रागिति, स्त्री० ( श्राकृति) लुभे। "आगिइ ” २६. देखो आगिइ " शब्द Vide आगिइ " जीवा० ३, ४; राय • १८८ V श्रगिल धा० I ( श्रा + कल् = जि )
त; न्ययाभवु. जीतना; जय प्राप्त करना. To conquer; to got victory. भागिलंति. भग० ३, २१
'श्राग्धा. धा. I. (आ+घ्रा ) सुगंध सेवी; सुंध; पास सेवी सुगंध लेना; सूंघना; To smell; to scent. श्रग्वायइ. ठा० २, २
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[ श्रा-ग्धा
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