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24.
स्वर परिवर्तन अपभ्रंश भाषा में स्वर परिवर्तन के साथ एक ही शब्द के अनेक रूप हो सकते हैं। जैसेबाह/बाहा/बाहु = भुजा लिह/लीह/लेह = लकीर पट्टि/पिट्टि/पुट्ठि = पीठ
नोट- अपभ्रंश भाषा में शब्द-रचना-प्रवृत्ति कहीं-कहीं प्राकृत भाषा के
अनुसार होती है और कहीं-कहीं पर शौरसेनी भाषा के समान भी होती
1.
हेमचन्द्र वृत्ति 4/329
(22)
अपभ्रंश-हिन्दी-व्याकरण
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