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6.
1.
वर्तमान कृदन्त
अपभ्रंश भाषा में हँसता हुआ आदि भावों को प्रकट करने के लिए प्राकृत भाषा के अनुसार वर्तमान कृदन्त का प्रयोग किया जाता है। वर्तमान में 'न्त' और 'माण' प्रत्यय क्रियाओं में जोड़े जाते
कृ
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हैं। जैसे
नोट- अपभ्रंश भाषा में शब्द - रचना - प्रवृत्ति कहीं-कहीं प्राकृत भाषा' के अनुसार होती है और कहीं-कहीं पर शौरसेनी भाषा के समान भी होती
है।
-
( हस+न्त) = हसन्त (हँसता हुआ)
( हस+माण) = हसमाण (हँसता हुआ )
हेमचन्द्र वृत्ति 4/329
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अपभ्रंश - हिन्दी-व्याकरण
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