Book Title: Anuttar Yogi Tirthankar Mahavir Part 01
Author(s): Virendrakumar Jain
Publisher: Veer Nirvan Granth Prakashan Samiti

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Page 9
________________ अनुक्रम मैं कौन हूँ . २ ३१ ४२ 0 ६३ यज्ञ-पुरुष का अवरोहण प्रतीक्षा करो, प्रियकारिणी ग्रन्थिभेद की रात मर्यादा तोड़ बहता महासागर ओ मेरी देह के सारांश त्रैलोक्येश्वर का अवतरण बाल भागवत के लीला-खेल हम राजाओं के राजा हैं अनहोना बेटा जन्मजात ज्ञानेश्वर प्रकृति और पुरुष कसमसाते ब्रह्माण्ड सुन्दरियों के स्वप्न-देश में पिप्पली कानन के मेले में प्रथम लोक-यात्रा युगावतार का सिंहावलोकन प्रमद-कक्ष की शिवानी अदिति, तुम्हारी कोख से मेरा आदित्य जन्मे जब पुकारोगी, आऊँगा कैवल्य-सूर्य को पूर्वाभा आगामी मन्वन्तर की तलवार परा-ऐतिहासिक इतिहास-विधाता १०० १०६ १५ १३९ १५२ १८५ २१३ २२७ Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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