Book Title: Anekant 1942 Book 04 Ank 01 to 12
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 604
________________ श्रीजैन पंचायतीमन्दिर देहलीके उन हस्तलिखित ग्रंथोंकी सूची जो दूसरे दो मंदिरोंकी पूर्व प्रकाशित सूचियोंमें नहीं आए हैं (२) हिन्दी भाषाके ग्रन्थ गत किरणमें इस मन्दिरके संस्कृत, प्राकृत और अपभ्रंश भाषाके कोई २५० अंयोंकी एक सूची प्रकाशित की गई थी। यह सूची, इस मंदिरके प्रायः हिन्दी भाषा-विभागके ग्रंथोंसे सम्बन्ध रखती है, और मई सूचीके दूसरे रजिष्टरपरसे तम्यार की गई है--कुछ हिन्दी ग्रंथ जो संस्कृतादिके गुटकोंमें शामिल हो रहे थे और संस्कृतादि ग्रंथोंकी सूचीके रजिस्टरमें पाये जाते थे उनमेंसे भी कितने ही ग्रंथोंको इस सूची में लिया गया है। इस सूचीपरसे हिन्दीके और भी कितने ही ज्ञात कवियों तथा लेखकों का पता चल सकेगा। -सम्पादक ग्रन्थ नाम पत्रसंख्या नासं०शिपिस० प्रन्थकार-माम भाषा - - २७ से २० १६६से१७३ १७८० ३० से. १७ से २०१ अठारह मातेकी कथा অলমানুষিকথা अनन्तचोदशकथा अनम्तव्रतकथा भनित्यपंचासिका भनेकार्थनाममाला अवजदपासाकेवली अम्बिकादेवीरास अशोकरोहिणीव्रतकथा अधमीकथा अष्टमीव्रत-कथा अष्टमीम्रतकथा "" रास अष्टाहिकाकथा अष्टाहिकावतकथा माकाशपंचमीकथा से २५ . म्दी पच भ० कमसीर्ति, फिरोजाबाद प्र.ज्ञानसागर कवि भैरोंदास पं० हरिकृष्ण पांडे त्रिभुवनचन्द्र पं. भगवतीदास .... प्र.जिनदास पं.हेमराज भ० गुलालकीर्ति, इन्द्रप्रस्थ पं० गैबीदास 4. जोगीदास सलेमगढ़ भ० विश्वभूषण प. ज्ञानसागर पं० खुशाबचन्द | पं० घासीदास पं० हरिकृष्णपांडे, यमसारनगर 4. वीरदास भ० रलभूषण प्र. नेमिदत्त प्र.जिनदास पं. शिवचन्द्र भा.ब. ५३ हिन्दी पद्य ५१३से५२१ मात्म-पचीसी मादित्यव्रतकथा प्रादित्यवतरास भाराधनारास भारावीसी चार्यसमाजी प्रश्न पासवत्रिमंगी इक्कीसठाणा (सटि०) इतिहासरलाकरभाग २ ६ से २१ | १७१२ ६ से - १७६५ ७ से ८० हिन्दी पद्य रसे१४ २००से२०॥ हिन्दी पथ १२० हिन्दी गय प्रा. हिन्दी प्रा.हि. | हिन्दी गय । ५५ । कुंबरधर्मार्थी |पं.शिवचन्द्र

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