Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 03 Sthanakvasi Gujarati
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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अनु. विषय
पाना नं.
૧૩૩ ૧૩પ १४०
१४०
૧૪૧
१४४ ૧૪પ
૧પ૦ ૧પપ
૧પ૬
૧૫૭
४६ वृक्षष्ठे ६ष्टांतसे आयार्थडे स्व३पठा नि३पारा ४७ भत्स्याहिछे ६ष्टांतसे पुषप्तठा नि३पारा ४८ क्षुद्रप्राशियोंष्ठा नि३पाया ४८ पक्षीछे ६ष्टांतसे भिक्षुष्ठछा नि३पारा ५० पुषतष्ठा नि३पाया ५१ यार प्रहार जे हिव्याहिसंवास छा नि३पारा ५२ ससुराहियार प्रहार अपध्वंस ठा नि३पारा 43 प्रवश्याठे स्व३५ ठा नि३पारा ५४ संज्ञा स्व३५ ठा नि३पारा ५५ ठाभ स्व३५ ठा नि३पा ५६ ६ष्टांत से पु३षात ठा नि३पा ५७ हुम्म डे ६ष्टांत से पु३षप्त ठा नि३पाय ५८ उपसर्ग स्व३५ ठा नि३पा ५८ धर्भ विशेषष्ठा नि३पारा ६० यार प्रष्ठार हे संधळे स्व३प छा नि३पारा ६१ यार प्रहार ठी सुद्धिठे स्व३५ ठा नि३पारा ६२ छव ठे स्व३५ ठा नि३पा ६3 छवठे अन्तर्गत पु३षविशेषष्ठा नि३पारा ६४ द्वीन्द्रिय छवोंठो असभारभभारा और सभारभभारा डे
संयभासंयभ छा नि३पाया ६५ नैरथिवोंठी ठ्यिाष्ठा नि३पारा ६६ छियावान् छवठा विधभान गुमोठा नाश और अविधभान्
शोंठा प्रष्ट होने ठा थन ६७ धर्मद्वार ठा नि३पारा ६८ नारत्वाहिछे साधनभूत छर्भ द्वारा नि३पाया ६८ वाधाठेि भेटोंठा नि३पारा ७० सनछुभाराष्ठिों हे विमानों डे स्व३पष्ठा नि३पास ७१ पतगर्भठा नि३पारा ७२ भानुषी गर्भठा नि३पारा ७३ यार प्रहार छाव्योंढे स्व३५ ठा नि३पारा ७४ समुद्रधात् । स्व३५ ठा नि३पा ७५ सन्धि स्व३५ ठा नि३पारा
૧૬૧ ૧૬૬ ૧૬૯ १७१ ૧૭૨ १७७ १७८
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૧૮૩ ૧૮પ ૧૮પ १८८
૧૯૦ ૧૯૨ ૧૯૩
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श्री स्थानांगसूत्र:03
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