Book Title: Yantrarajo
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Page 50
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir यन्त्रराजो तदग्रतः पक्षध्वंशपर्यन्तं शीतवाहुयात् अन्धकाराच मनुष्याणां अल्प एव सञ्चारः तत्परतः किबरगन्धर्वविद्याधरसिहानां प्रचारदेवभूमयः / अथ चतुर्विभागान्सर्वतिनां नगराणां सुखावबोधार्थमक्षांशाः प्रदान्ते तद्यथा लशायामधांशाः .. पादाने 11 काञ्चयां 12 तिलङ्गे 18 अनागुद्यां 18 / 10 गङ्गासागर 1812. हावसे 1813. दिवगिरी 2034 भाबकसंज्याणदमननवसारिकायां 21 अलजपुर 21 माण्डवे 22 मक्कायां 21 मधुवने 20 श्रीभृगुको नन्दपदे स्तम्भतीर्थ धवस्वके / 22 आशापनल्या 23 सीमनाबपनने माङ्गल्यपुरे 2212015 रैवतकाचले 2231 उज्जयिन्यां 223. धारायां 2313. अहिलपुरपत्तने 240 नलपुरे 25. सिरौजे 25 ग्वालियरे 25 अजमेर 26 नागपुरे 26 वाराणस्यां 25/25 लक्षाणावल्या 25 कुण्डिनगरे 26 / 28 कान्यकुले 26.35 माणिक्यपुर 2648 तैरभुक्त 27 जाजनगरे 27 सउडीयस्थाने च 2015 पयोध्यायां 2722 गोपालगिरौ 2728 वुहिजे 27/45 गोपीमहकोजलाल्या 284 कम्पिलायां 281. शिवग्याने 28 / 15 उपनगरे 282. परपनगरे 2828 दिलल्या श्रीयोगिनीपुरे च 28128 रोहीतके 28. मेरटे 28. मुसताने 244 हास्या 2945 श्रीपेरोजनृपाशितहिन सारपैरोजावादे 28148 चम्पाने 222 दीगे 22 खम्भाते 22 For Private And Personal Use Only

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