Book Title: Vajradant Chakravarti Barahmasa
Author(s): Nainsukh Yati, Kundalata Jain, Abha Jain
Publisher: Kundalata and Abha Jain

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Page 7
________________ इन श्रद्धा सुमनों का 西可可 c आ० अम्मा जी प्रेमलता जी ( बेला बहन) के लिये शुद्धात्मरसास्वादी एवं प्राणिमात्र की हितचिन्तक वे ऐसी वात्सल्यमूर्ति मां थीं जिन्होंने आत्मा में से मिथ्यात्व की जड़ों को हिला देने वाली परमादरणीय श्री बाबूलाल जी की ही सशक्त वाणी को कर्णगत करके अपना मुक्ति का मार्ग प्रशस्त किया था। उनकी पुण्य स्मृति को हृदय में संजोए हुए मोक्षाभिलाषी भव्यों को आत्म कल्याण की प्रेरणा देता हुआ उनका ही यह लेख श्रद्धांजलि रूप में उन्हें समर्पित करते हैं जिसका शीर्षक है "तेरा तुझको अर्पित' ਇਹ ਇਕ ਏ ५

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